लखनऊ : फर्जी रजिस्ट्री करने वाला एलडीए का कनिष्ठ लिपिक बर्खास्त

लखनऊ : फर्जी रजिस्ट्री करने वाला एलडीए का कनिष्ठ लिपिक बर्खास्त

अमृत विचार, लखनऊ । लखनऊ विकास प्राधिकरण की बेशकीमती संपत्तियों की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले निलंबित कनिष्ठ लिपिक को उपाध्यक्ष ने बर्खास्त कर दिया है। कनिष्ठ लिपिक ने कार्यालय की मूल पत्रावलियां गायब कर जाली दस्तावेज तैयार करने के साथ अधिकारियों व कर्मचारियों के हस्ताक्षर तक बनाएं। जो जांच में सही पाए जाने पर उपाध्यक्ष ने कार्रवाई की है।

अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक पवन कुमार को गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, कैलाश कुंज योजना आदि योजनाओं की संपत्तियों के निबंधन का कार्य था। पवन ने बाहरी व्यक्तियों के साथ मिलकर विनम्र खंड, वास्तु खंड, विकल्प खंड विराजखंड, विभूति खंड व विनीत खंड के बेशकीमती भवन व भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री कराई। इसके लिए संपत्तियों की मूल पत्रावलियां कार्यालय से गायब कर रजिस्ट्री के कूटरचित दस्तावेजों तैयार किए गए और प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों के जाली हस्ताक्षर बनाकर बिक्री व रजिस्ट्री कराई।

पवन ने रजिस्ट्री के दौरान उपनिबंधक सदर-द्वितीय कार्यालय में पहचान कर्ता-द्वितीय के रूप में अपना नाम पंजीकृत कराया था। फर्जीवाड़े सामने आने पर पवन को निलंबित कर जांच की जा रही थी। जिसमें आरोप सही पाए जाने पर उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बुधवार को बर्खास्त कर दिया।

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