खबर का असर: पीलीभीत में कॉलोनाइजर पर शिकंजा...अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर, तोड़ी गई कोठरी
पीलीभीत, अमृत विचार। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लाटिंग करने वाले कॉलोनाइजर को झटका लगा है। लंबे समय से चल रही टालमटोल के बाद अब प्रशासन हरकत में आया तो कॉलोनाइजर पर शिकंजा भी कसता दिखाई दे रहा है। सिटी मजिस्ट्रेट के संज्ञान में मामला पहुंचने के बाद एसडीएम ने खुद मौके पर पहुंचकर पड़ताल की और अभिलेखों से मिलान करवाया तो नाला और तालाब के हिस्से पर न सिर्फ अवैध कब्जा बल्कि निर्माण भी मौके पर मिला। उसके बाद दूसरे ही दिन जेसीबी से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है। दोबारा निर्माण कराने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। इस कार्रवाई से हड़कंप मचा रहा।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) June 9, 2023
जनपद में पिछले कुछ समय से कॉलोनियों का मकड़जाल फैलता जा रहा है। किसानों से बीघा के हिसाब से जमीन लेने के बाद कॉलोनाइजर नियम तार-तार करते हुए कालोनी काट रहे हैं। अधिकांश के ले-आउट भी पास नहीं कराए गए हैं। सांठगांठ कर नियम विरुद्ध तरीके से मुनाफे का खेल जारी है। इसी तरह से माधोटांडा पर चिड़ियादाह गांव के पास एक कॉलोनी बनाई जा रही है। इसमें बसपा के एक नेताजी भी जुड़े हुए हैं। इस कालोनी में सोलह फिट के नाले को ही कब्जा लिया गया।
आरोप है कि कुछ जगह पीछे की तरफ तालाब के हिस्से की भी पाट ली गई थी। इसकी शिकायत भी एक ग्रामीण ने की थी। लेखपाल की जांच में अवैध कब्जा निकला लेकिन कार्रवाई ठंडे बस्ते में डाल दी गई। अमृत विचार ने इस मुद्दे को उजागर किया और सिटी मजिस्ट्रेट डॉ.राजेश कुमार के संज्ञान तक मामला पहुंच गया। उसके बाद अचानक शांत पड़ी कार्रवाई को गति मिली।
गुरुवार दोपहर बाद ही एसडीएम सदर देवेंद्र सिंह राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और अपने सामने जांच कराई। जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए। कॉलोनाइजर ने नाला पाटकर अवैध कब्जा कर प्लाट बना दिए थे। शुक्रवार दोपहर बाद बुलडोजर अवैध निर्माण पर खूब चला। कोठरी भी ध्वस्त कर दी गई। इसके अलावा प्लाटिंग में मिलाई गई नाले की
जगह को भी कब्जा मुक्त कराया गया।
कॉलोनाइजर द्वारा अवैध कब्जे से जुड़ा मामला संज्ञान में आया था। एसडीएम सदर को भेजकर जानकारी कराई गई। जिसमें अवैध कब्जा मौके पर मिला। इसी के चलते कार्रवाई की गई है। गलत तरीके से कब्जा कर कराए गए निर्माण को जेसीबी से तुड़वा दिया गया है--- डॉ.राजेश कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट।
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