आदिवासी ‘दंडवत प्ररिक्रमा’ मामला: एनसीएसटी ने जांच के दिए आदेश, बंगाल पुलिस को नोटिस जारी

आदिवासी ‘दंडवत प्ररिक्रमा’ मामला: एनसीएसटी ने जांच के दिए आदेश, बंगाल पुलिस को नोटिस जारी

नई दिल्ली। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कुछ नेताओं द्वारा आदिवासी महिलाओं को दंडवत परिक्रमा करने के लिए मजबूर करने के आरोपों की जांच शुरू कर दी है। टीएमसी नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने आदिवासी महिलाओं से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की सजा के रूप में दंडवत परिक्रमा करवाई। 

एनसीएसटी ने पश्चिम बंगाल पुलिस को एक नोटिस जारी कर मामले से जुड़े तथ्यों और अभी तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने सोमवार को आयोग को पत्र लिखकर मामले की जांच करने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। एनसीएसटी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के पुलिस प्रमुख मनोज मालवीय को नोटिस भेजा। नोटिस में कहा गया है कि आयोग ने मामले की जांच करने का फैसला किया है और वह (मालवीय) ‘तीन दिन’ के भीतर आरोपों पर की गई कार्रवाई पर तथ्यों की जानकारी दें। 

एनसीएसटी ने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल पुलिस प्रमुख निर्धारित समय में जवाब देने में नाकाम रहे, तो वह व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन जारी करेगा। मजूमदार ने आरोप लगाया कि उनके बालुरघाट लोकसभा क्षेत्र में आदिवासी परिवारों के करीब 200 लोग छह अप्रैल को भाजपा में शामिल हुए थे, जो तृणमूल नेतृत्व के एक वर्ग को नागवारा गुजरा। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल के गुंडों ने उन परिवारों पर दबाव डाला और उनमें से कुछ को तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के लिए मजबूर किया। 

मजूमदार ने आरोप लगाया कि अमानवीय मध्ययुगीन काल की निरंकुशता का एक उदाहरण पेश करते हुए गरीब आदिवासी महिलाओं को भाजपा में शामिल होने की सजा के रूप में करीब एक किलोमीटर तक दंडवत परिक्रमा करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि दंडवत परिक्रमा के बाद इन आदिवासी महिलाओं को जिला पार्टी कार्यालय में तृणमूल का झंडा दिया गया। कथित घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया है। मजूमदार ने कहा कि तृणमलू के नेताओं ने पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है, खासकर जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दलितों के उत्थान के लिए इतना कुछ कर रहे हैं और देश की राष्ट्रपति आदिवासी समुदाय से जुड़ी एक महिला हैं। 

ये भी पढे़ं- कोरोना वायरस के बढ़ते केस के चलते दिल्ली एम्स में सभी कर्मचारियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य

 

ताजा समाचार

पूर्व विधायक Irfan Solanki की मां खुर्शीदा सड़क हादसे में घायल: महाराजगंज जेल में बंद बेटे से मिलने जा रही थीं, बहू नसीमा सीसामऊ से लड़ रही उपचुनाव
Ayodhya News :पानी की टंकी पर चढ़े युवक का हाइवोल्टेज ड्रामा, 2 घंटे तक नीचे छलांग लगाने की देता रहा धमकी
बदायूं : किशोरी को ले जा रहे युवक की बाइक से टकराकर बुजुर्ग की मौत
Lucknow News : घर में घुसे बदमाशों ने सिर कूचकर बुजुर्ग पुरोहित को मार डाला
एग्रीमेंट के नियमों के उल्लंघन पर फर्म होगी ब्लैकलिस्ट: सीएम योगी
पूर्व विधायक मधुबाला पासी के आवास से 22 लाख रुपये नकद और डेढ़ करोड़ का गहना चोरों ने किया पार, मुकदमा दर्ज