हल्द्वानी: KYC के नाम पर चल रहा ठगी का धंधा..Whatsapp पर मिल रहे NOTICE

हल्द्वानी, अमृत विचार। यदि आपके पास बीएसएनएल की तरफ से KYC अपडेट कराने के लिए व्हाट्सएप, साधारण माध्यम से मैसेज या फोन आए तो सावधान रहिए, क्योंकि इससे आपको फटका लग सकता है।
दरअसल ठगी के धंधे में लिप्त लोग आपको ऐसे मैसेज भेजेंगे जिसमें यह लिखा होगा कि यदि आप अपने बीएसएनएल नंबर की केवाईसी नहीं कराएंगे तो आपका नंबर ब्लॉक हो जाएगा। इसके बाद आपको एक मोबाइल एप क्विक स्पोर्ट एप को डाउनलोड करने को कहा जाएगा और कहा जाएगा कि आप की केवाईसी इस एप के माध्यम से की जाएगी उसके बाद आपको अपनी डिटेल भरने को कहा जाएगा और जैसे ही फाइनल स्टेज पर आप पहुंचेंगे आपके अकाउंट से पैसा निकल चुका होगा।
हल्द्वानी के रहने वाले अनूप सिंह के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ मगर वह ठगी से इसलिए बच गए क्योंकि उस वक्त उन्होंने ठगी करने वालों के मनसूबे को पहचान लिया और सामने वाले की तरफ से भेजे गए लिंक पर क्लिक नहीं किया। पर अनूप तो बच गए लेकिन कई अन्य लोग इन ठगों के जाल में फंस चुके हैं और अपना बैंक अकाउंट खाली करवा चुके हैं मगर अब आपको सचेत रहने की आवश्यक्ता है।
फर्जी पीडीएफ फाइल देख लोग हो रहे भ्रमित
हल्द्वानी। दरअसल ठगी में संलिप्त लोग एक खास डिजाइन की हुई पीडीएफ फाइल लोगों को व्हाट्सएप पर भेज रहे हैं, इस फाइल में ऊपर की दोनों तरफ अशोक की लाट के अलावा बीएसएनएल का लोगो और ट्राई का लोगो भी नजर आएगा। और तो और ISO प्रमाणित संख्या है, इसके बाद इस पत्र पर लिखा होगा कि 'नोटिस' जिसमें अंगेजी में लिखा होता है कि आपके सिम की केवाईसी संस्पेंड हो गई है और सिम 24 घंटों में बंद हो जाएगा। इसलिए केवाईसी अपडेट कराने के लिए नीचे दिए गए नंबर पर कॉल करें। और जैसे ही आप कॉल करेंगे फिर शुरू होती है ठगी की कार्रवाई...
इस पूरे मामले पर बीएसएनएल के जीएम संजय प्रसाद का कहना है कि ऐसे संदेशों को नजअंदाज करें बीएसएनएल इस तरह से केवाईसी नहीं करवाता है वहीं यदि कोई बीएसएनएल का एजेंट बनकर आपके पास केवाईसी करवाने को कहे तो उसकी शिकायत करें, केवल बीएसएनएल कार्यालय और बीएसएनएल फ्रेंचाइजी स्टोर पर ही संपर्क करें। सिम के खो जाने पर शिकायत दर्ज कराएं और दोबारा वही नंबर लेने के लिए निकटवर्ती बीएसएनल स्टोर या कार्यालय से ही संपर्क करें।
किसी अन्य व्यक्ति का व्हाट्सएप हैक कर किया जाता है प्रयोग
हल्द्वानी। दरअसल ठगी करने वाले बेहद शातिर हैं, ये लोग व्हाट्सएप किसी अन्य का इस्तेमाल करते हैं और जो पीडीएफ भेजते हैं उसमें असली ठग का नंबर होता है। दरअसल आपको वहाट्सएप पर जो संदेश मिलेगा उस नंबर पर कॉल करने वाले को पता ही नहीं होता कि उसके नंबर से ऐसे ठगी के संदेश भेजे जा रहे हैं क्योंकि ये नंबर हैक किए गए होते हैं। कभी भी अपना व्हाट्सएप कंप्यूटर पर लॉग इन करने के बाद इसे लॉग ऑउट करना न भूलें।