गदरपुर: केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री भट्ट ने किया गदरपुर बाईपास का लोकार्पण

गदरपुर, अमृत विचार। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बहुप्रतीक्षित गदरपुर बाईपास का ट्रायल आधारित लोकार्पण किया। अजय भट्ट ने कहा कि सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट आने के तत्पश्चात ही ट्रायल बेस पर बाईपास का लोकार्पण किया गया। उन्होंने कहा कि ट्रायल के दौरान यदि बाईपास निर्माण में किसी भी प्रकार की कोई समस्या सामने आती है तो उसको तत्काल दूर कराया जाएगा।
शनिवार को बाईपास के लोकार्पण को निर्धारित समय से करीब डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री एवं सांसद अजय भट्ट का भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया। बाईपास के लोकार्पण अवसर पर रक्षा राज्यमंत्री भट्ट ने कहा कि बाईपास निर्माण कार्य के पूरा हो जाने से जहां शहर में लगने वाले जाम के झाम से मुक्ति मिलेगी, वहीं आवागमन में 15 से 20 मिनट के समय की भी बचत होगी।
उन्होंने कहा कि बायपास निर्माण हो जाने से यात्राएं और भी अधिक सुरक्षित, सरल, सुगम एवं सुखद होंगी। उन्होंने कहा कि बाईपास के खुलने पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो इसी बात को ध्यान में रखते हुए सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट आने के पश्चात ही बाईपास जनता को समर्पित किया जा रहा है। कहा कि शीघ्र ही रुद्रपुर में रिंग रोड निर्माण कार्य एनएचएआई द्वारा शुरू किया जाएगा। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को काम में लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी देते हुए कहा कि गलत काम करने वालों पर सीधे मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इस दौरान जनता को संबोधित करते हुए सांसद अजय भट्ट ने कहा कि मैं भी एक मजदूर का बेटा हूं और कड़ी मेहनत के बल पर इस मुकाम पर पहुंचा हूं।
उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि मेहनत और शिक्षा ऐसा साधन है जो व्यक्तियों को बहुत आसानी एवं सरलता से बुलंदियों तक ले जा सकता है। इस अवसर पर रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा, भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, कमल जिंदल ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान उप जिलाधिकारी मनीष बिष्ट, गल्फार कम्पनी से कर्नल आरपी सिंह, मेनेजर तकनीकी अक्षत विश्नोई, वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष सुरेश परिहार, राइस मिलर एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल भुसरी, अमित नारंग, मंडी समिति के अध्यक्ष सुभाष गुंबर, श्यामलाल सुखीजा, धर्मचन्द,रविद्र बजाज, लवली हुड़िया, सुरेश खुराना, नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष दीपक बेहड़, अशोक हुड़िया, चंकित हुड़िया, हरलोक सिंह नामधारी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
एसआईएमटी तिराहे का नाम चार साहिबजादों के नाम पर रखने की मांग
बाईपास के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट को सुरजीत सिंह के नेतृत्व में लोगों ने एक ज्ञापन सौंपकर महतोष के एसआईएमटी तिराहे का नाम चार साहिबजादों के नाम पर रखने की मांग की गई। जिस पर अजय भट्ट ने उन्हें आश्वासन देते हुए शीघ्र इस पर विचार करने की बात कही।
नए साल पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी का तोहफा
90 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए बाईपास के खुलने का इंतजार कर रही कार्यदाई संस्था ने टोल टैक्स में करीब 40 प्रतिशत बढ़ोतरी कर दी। पहले जो दोपहिया वाहनों से टोल पर एकल यात्रा के नाम पर 80 रुपए वसूले जाते थे अब उसके स्थान पर दोपहिया वाहन स्वामियों को 115 रुपये चुकाने पड़ेंगे। यदि वाहन स्वामी 1 दिन में वापसी यात्रा करते हैं तो उन्हें पूर्व में 115 रुपये की बजाय 170 रूपये चुकाने पड़ेंगे। जिसकी सूचना 30 दिसंबर 2022 को कंपनी के अधिकारियों द्वारा दी जा चुकी है जबकि टोल टैक्स में हुई बढ़ोतरी जनता को नए साल में तोहफे के रुप में लागू की जाएगी।
विधायक अरविंद पांडे के न पहुंचने पर गुटबाजी आई सामने
बाईपास निर्माण का श्रेय लेने को लेकर चल रही राजनीति में भारतीय जनता पार्टी की गुटबाजी उस समय देखने को मिली जब बाईपास के लोकार्पण कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक अरविंद पांडे कहीं भी नजर नहीं आए। जबकि प्रोटोकॉल के अनुसार क्षेत्रीय विधायक अरविंद पांडे को कार्यक्रम में मौजूद रहना चाहिए था। स्थानीय जनप्रतिनिधि के कार्यक्रम में मौजूद न होने से क्षेत्र में तमाम तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।
अंडरपास न बनने से ग्रामीणों में रोष
वर्षों से निर्माण कार्य पूरा होने की राह देख रहे गदरपुर बाईपास आखिरकार ट्रायल के लिए खोल दिया गया परंतु राजनीति की भेंट चढ़े बाईपास के निर्माण कार्य में मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। जिसका जीता-जागता उदाहरण बलराम नगर मार्ग सहित अन्य ग्रामीण इलाके हैं जोकि ग्रामों से होकर लिंक मार्गों के जरिए बाईपास से जुड़ते हैं। उन तमाम लिंक मार्गों पर कोई भी अंडर पास नहीं बनाया गया जिससे गांव से आने वाला वाहन सीधा हाईवे पर पहुंचेंगे जिससे हाईवे से गुजर रहे तेज रफ्तार वाहनों से उनकी भिड़ंत हो सकती है। अंडरपास बनाए जाने की मांग को लेकर कई आंदोलन भी हो चुके हैं परंतु इस ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया। जिसको लेकर ग्रामीणों में रोष बढ़ता जा रहा है।