CUET अपनाना है या नहीं : इसपर जनवरी में फैसला करेगा जामिया

स साल विश्वविद्यालय ने 10 पाठ्यक्रमों में छात्रों को दाखिला दिया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रजिस्ट्रार नाजिम हुसैन अल-जाफरी ने कहा कि हमने सीयूईटी को लागू करने पर विचार के लिए एक समिति गठित की है।
नई दिल्ली। स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए अगले शिक्षण सत्र से साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) को लागू करना है या नहीं इस संबंध में जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय जनवरी में फैसला ले सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
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CUET को अपनाने के विचार पर समिति का गठन
स्नातक के सभी पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए सीयूईटी को अपनाने की संभावनाओं पर विचार करने के लिए विश्वविद्यालय ने एक समिति का गठन किया है। इस साल विश्वविद्यालय ने 10 पाठ्यक्रमों में छात्रों को दाखिला दिया। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के रजिस्ट्रार नाजिम हुसैन अल-जाफरी ने कहा कि हमने सीयूईटी को लागू करने पर विचार के लिए एक समिति गठित की है। समिति द्वारा इस संबंध में जल्द ही रिपोर्ट सौंपे जाने की संभावना है।
जनवरी में 'एकैडमिक काउंसिल' की बैठक
समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट को जनवरी में 'एकैडमिक काउंसिल' की बैठक में रखा जाएगा, जहां से वह विश्वविद्यालय के मामलों में फसला लेने वाले शीर्ष निकाय कार्यकारी परिषद के पास जाएगा। जाफरी ने कहा कि एकैडमिक काउंसिल जनवरी की बैठक में इसपर चर्चा करेगा। जिसके बाद कार्यकारी परिषद इसपर चर्चा करेगा।
सिर्फ 10 पाठ्यक्रमों जामिया ने दिया दाखिला
जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने इस साल सीयूईटी के माध्यम से स्नातक के सिर्फ 10 पाठ्यक्रमों... बीए (ऑनर्स) तुर्की भाषा और साहित्य, बीए (ऑनर्स) संस्कृत, बीए (ऑनर्स) फ्रेंच और फ्रांसोफोन स्टडीज, बीए (ऑनर्स) स्पैनिश और लैटिन अमेरिकन स्टडीज, बीए (ऑनर्स) इतिहास, बीए (ऑनर्स) हिन्दी, बीए (ऑनर्स) इकोनॉमिक्स, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी, बीए वोकेशनल (सोलर एनर्जी) और बीएससी (ऑनर्स) फिजिक्स में दाखिला दिया था।
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