अयोध्या: 225 अमृत सरोवरों के निर्माण में हो गई 16 करोड़ की उधारी, अधूरे हैं कार्य
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अमृत विचार, अयोध्या। जिले में प्रथम चरण में बनने वाले अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के चार माह बीतने के बाद भी शत-प्रतिशत पूरा नहीं हो सका है। बजट के अभाव में सभी स्थानों पर कार्य बंद हो गए हैं। ग्राम पंचायतों ने उधार सामग्री मंगाकर निर्माण कराया, लेकिन भुगतान न होने से करीब 16 करोड़ की उधारी हो गई है। जिसके भुगतान के लिए ग्राम पंचायतों ने धनराशि की मांग की है।
जिले के सभी ब्लॉकों में 225 अमृत सरोवरों का निर्माण प्रथम चरण में शुरू हुआ था। इनका कार्य बीते 15 अगस्त तक पूरा कर अमृत महोत्सव के तहत तिरंगा झण्डा फहराने के आदेश थे। बजट के अभाव में अमृत सरोवरों पर सिर्फ तिरंगा फहराने के लिए चबूतरा बनाया गया था।
इसके बाद पंचायतों में उधार सामग्री मंगाकर सीढ़ियां बनाने, पैदल टहलने के लिए इंटरलॉकिंग लगाकर ट्रैक, गेट व बाउंड्रीवाल बनाने का कार्य शुरू हुआ लेकिन भुगतान न होने पर निर्माण सामग्री विक्रेताओं ने उधार देना बंद कर दिया। जिससे सभी 225 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। ग्राम पंचायतों पर करीब 16 करोड़ रुपये की उधारी हो गई है। कई स्थानों पर तालाबों की खोदाई, खुंभी की सफाई तक का कार्य नहीं हो पाया है।
पूराबाजार संवाददाता के अनुसार विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सराय चैमल में 26 लाख रुपए की लागत से अमृत सरोवर का निर्माण कार्य विगत महीनों में शुरू हो चुका है। विभाग के उपेक्षा पूर्ण रवैये के चलते भुगतान न होने से निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। मिल्कीपुर संवाददाता के अनुसार ग्राम पंचायत जगमोहन व भदोखरा में 41 लाख 32 हजार रूपये की लागत से दो एकड़ क्षेत्रफल में बन रहा अमृत सरोवर अभी अधूरा ही पड़ा हुआ है। अमृत सरोवर में अभी बाउंड्री नहीं बन सकी है।
ब्लाकों की ओर से निर्माण में 16 करोड़ के बकाए की जानकारी आई है। इसका भुगतान ग्राम निधि से ही होना है। शासन को डिमांड भेजी जा रही है ...अनीता यादव, मुख्य विकास अधिकारी, अयोध्या।
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