RS में BJD सदस्य ने की OTT प्लेटाफॉर्म पर तंबाकू उत्पादों के विज्ञापनों पर रोक की मांग

RS में BJD सदस्य ने की OTT प्लेटाफॉर्म पर तंबाकू उत्पादों के विज्ञापनों पर रोक की मांग

नई दिल्ली। राज्यसभा में बीजू जनता दल के एक सदस्य ने बुधवार को मांग की कि टीवी और फिल्मों में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन दिखाने के लिए लागू नियमों को ओवर द टॉप (ओटीटी) प्लेटफार्म पर भी लागू किया जाना चाहिए क्योंकि देश में तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य संबंधी कई बीमारियों और मौत का कारण है। बीजू जनता दल के सुजीत कुमार ने शून्यकाल के दौरान उच्च सदन में ओटीटी प्लेटफार्म पर सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन का मुद्दा उठाया। 

ये भी पढ़ें- चीन पर संसद में चर्चा से सरकार का इनकार लोकतंत्र का अनादर : सोनिया गांधी 

उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म पर ये विज्ञापन निर्बाध दिखाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म के दर्शकों की संख्या खास कर कोविड महामारी के बाद बढ़ी है। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद स्थित मुद्रा इन्स्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन (मायका) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 आयु से 34 आयु की उम्र के युवा दिन भर में औसतन 70 मिनट का समय ओटीटी प्लेटफॉर्म को देते हैं। बहरहाल, समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन ने कहा कि वह इस मुद्दे से स्वयं को असंबद्ध करती हैं। 

सिंह ने अपनी बात रखते हुए कहा कि देश में तंबाकू से होने वाली बीमारियों के पीड़ितों की संख्या कम नहीं है और करीब 40 प्रतिशत गैर संचारी बीमारियों की वजह तंबाकू ही है। उनके अनुसार, ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 14 लाख युवाओं की मौत का कारण तंबाकू है और 13 आयु से 30 आयु की उम्र के 9.6 प्रतिशत लड़के और 7.4 प्रतिशत लड़कियां तंबाकू अथवा उसके उत्पाद का सेवन करते हैं।

सिंह के अनुसार, एक अन्य अध्ययन में कहा गया है कि बॉलीवुड की फिल्में देख कर 12 आयु से 16 आयु की उम्र के किशोरों के धूम्रपान करने की आशंका 2.7 प्रतिशत अधिक होती है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में युवा तंबाकू का सेवन करते हैं। उन्होंने कहा कि युवा फिल्मों में सितारों को धूम्रपान देखते हैं और प्रभावित होते हैं। बीजद सदस्य ने मांग की कि तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन ओटीटी प्लेटफार्म पर दिखाने के लिए नियमन होने चाहिए। उन्होंने कहा कि टीवी और फिल्मों में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापनों को जिस तरह विनियमित किया गया है, वही नियमन ओटीटी प्लेटफार्म पर भी लागू किए जाने चाहिए। 

ये भी पढ़ें- कोविड तैयारियों की मांडविया ने की समीक्षा, सतर्कता बरतने पर दिया जोर