लोकसभा में उठा Maharashtra-Karnataka सीमा विवाद का मुद्दा, महाराष्ट्र के खिलाफ लगाया षड्यंत्र का आरोप
नई दिल्ली। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र के खिलाफ षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए बुधवार को लोकसभा में सरकार से जवाब देने की मांग की। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सदस्य ने कहा कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और इस पर सदन में कोई बात नहीं होनी चाहिए।
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शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए सुले ने कहा कि महाराष्ट्र में दस दिन से नया संकट पैदा हो गया है और पड़ोसी राज्य कर्नाटक की सीमा पर महाराष्ट्र से जाने वाले लोगों को मंगलवार को पीटा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं चलेगा। यह देश एक है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री इस विषय पर अनुचित बातें बोल रहे हैं और महाराष्ट्र तोड़ने की बात की जा रही है। राकांपा सांसद ने कहा कि दोनों ही राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सदन में इस विषय पर जवाब देना चाहिए।
उद्धव ठाकने नीत शिवसेना के सांसद विनायक राउत ने भी इस विषय को उठाया। कर्नाटक से भाजपा के सांसद शिवकुमार उदासी ने कहा कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और किसी सदस्य को इस मामले में बोलने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि जब भाषा और संस्कृति की बात आती है तो खासकर महाराष्ट्र के कुछ नेताओं की ऐसी बातें करने की पुरानी आदत रही है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह संवेदनशील और दो राज्यों के बीच का विषय है जिसे यहां नहीं उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘यह दो राज्यों का विषय है, इसमें केंद्र क्या करेगा। इसे यहां नहीं उठाया जाना चाहिए।’’
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