मेरठ: विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल का चौथा दिन, कार्य बहिष्कार कर जताया रोष, अधिकारी बोले-कार्य नहीं तो वेतन नहीं

मेरठ: विद्युत कर्मचारियों के हड़ताल का चौथा दिन, कार्य बहिष्कार कर जताया रोष, अधिकारी बोले-कार्य नहीं तो वेतन नहीं

मेरठ, अमृत विचार। विद्युत कर्मचारियों की चौथे दिन भी हड़ताल जारी रही। वहीं, हड़ताल में शुक्रवार को अर्जुन अवार्डी अलका तोमर ने धरना स्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों को समर्थन दिया। दरअसल, मेरठ में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति नेतृत्व में विभिन्न मांगों को लेकर धरना चल रहा है। चौथे दिन भी अधिकारी और कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर हड़ताल में शामिल हुए। धरने के चलते शहर से लेकर देहात के सभी बिजली घरों पर ताले पड़े है।

जिस, कारण उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली, प्रोन्नति, कैशलेस इलाज की सुविधा दिए जाने, संविदा कर्मचारियों को नियमित किए जाने, बिजली कर्मचारियों व पेंशनरों को पूर्व की तरह रियायती बिजली दिए जाने, उत्तर प्रदेश विद्युत परिषद का पुनर्गठन करने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं।

हड़ताल से 14 जिले हो रहे प्रभावित
कर्मचारियों ने कहा बताया कि मेरठ समेत पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में कर्मचारी हड़ताल पर है। जब, तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी वह कार्य बहिष्कार कर हड़ताल पर रहेंगे। मांगे पूरी नहीं हुई तो जेल भरों आंदोलन किया जाएगा। धरने में काफी संख्या में महिला कर्मचारी भी शामिल हुईं। धरने में चौथे दिन शुक्रवार को अर्जुन अवार्डी कुश्ती खिलाड़ी अलका तोमर भी पहुंची। उन्होंने कर्मचारियों और अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहाकि जब तक मांगें पूरी नहीं होती, वह पीछे नहीं हटेंगे।

अवर अभियंता के निलंबित पर रोष 
सहारनपुर में दो अवर अभियंता को निलंबित करने पर विद्युत कर्मचारियों ने धरना स्थल पर रोष जताया। उन्होंने दोनों का निलंबन निरस्त करने की मांग की। 

क्या बोले अधिकारी?
प्रबंध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि संविदा कर्मचारी हड़ताल में शामिल ना हो। यदि, वह हड़ताल में शामिल होते हैं तो उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। इसको लेकर आदेश जारी कर दिया गया हैं। साथ ही कर्मचारियों को  काम नहीं, तो वेतन नहीं का नोटिस जारी किया गया हैं।

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