मथुरा: हनी ट्रैप में फंसाकर लूटने वाले चार गिरफ्तार, कई वारदातों को दे चुके हैं अंजाम
राजस्थान और हरियाणा के शातिर दे रहे थे मथुरा के युवाओं को साइबर क्राइम की ट्रेनिंग

मथुरा, अमृत विचार। लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर धन लूटने वाले अन्तर्राज्जीय गिरोह के चार सदस्यों को मथुरा की शेरगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। इनकी गिरफ्तारी से न केवल हनी ट्रेप का खुलासा हुआ है बल्कि अन्य तरह के साइबर क्राइम करके लोगों को लूटने की वारदातों का खुलासा भी हुआ है। पकड़े गए शातिरों में दो हरियाणा के तथा दो राजस्थान के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से विभिन्न कंपनियों के पांच मोबाइल, 41 सिम एक क्रेटा कार समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। अभी तक 63 वारदातों को यह गैंग अंजाम दे चुका है।
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एसपी देहात त्रिगुण विशन ने बताया कि शेरगढ़ थाना क्षेत्र में साइबर क्राइम की वारदात होने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस पर एसएसपी अभिषेक यादव ने साइवर टीम को साइबर क्राइम करने वालों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। एसएसपी के निर्देश मिलने के बाद शेरगढ़, सर्विलांस साथ ही स्वॉट टीम भी इनकी सुरागकशी में जुट गई।
काफी समय की मेहनत के बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 22 वर्षीय अल्ताफ पुत्र कमरुद्दीन निवासी ग्राम औमरी थाना पिनहुआ जिला नूँह हरियाणा, 23 वर्षीय असफाक उर्फ अज्जी पुत्र ईशाक निवासी गाँव पचलेडी थाना सिकरी जिला भरतपुर राजस्थान, 35 वर्षीय अजरू पुत्र ताहिर निवासी गांव मामली थाना पिनहुआ जिला नूँह हरियाणा एवं 28 वर्षीय सद्दाम पुत्र शहीद निवासी गांव बेगपहाडी थाना कैथवाडा जिला भरतपुर राजस्थान पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
तलाशी में इनके कब्जे से पांच मोबाइल, विभिन्न जिलों से खरीदी गई 41 सिम, 05 फर्जी पैनकार्ड, नौ फर्जी आधार कार्ड व एक एचआर 27 एल 7167 सफेद रंग की क्रेटा कार बरामद हुई। साथ ही लोगों को ब्लैकमेलिंग करने वाली वीडियो, ऑडियो भी बरामद हुई है।
एसपी देहात ने बताया कि हनी ट्रेप के अलावा यह लोग सैक्सटार्सन, OLX, फर्जी बैंक अधिकारी बन लोगों को गुमराह करके अपने फर्जी बैंक खातो में रकम डलवाते और फिर उन्हें निकाल लेते थे। एसपी देहात ने बताया कि पकड़े गए शातिर मथुरा के ग्राम हाथिया, दौसेरस, विशम्भरा, बाबूगढ़ आदि गांव के युवकों को साइबर क्राइम करने की ट्रेनिंग भी देते थे। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश किया यहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
बदनामी का डर दिखाकर बना अपराधियों का हथियार
मथुरा। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि संगठित गिरोह बनाकर आबादी क्षेत्र से दूर सूनसान जगह में बैठकर सोशल मीडिया (फेसबुक, वाट्सएप्प, मैसेन्जर) पर रिक्वेस्ट भेजकर अश्लील चैट कर व्यक्तियो को न्यूड होकर बाते करने के लिये उकसाते है।
वीडियो काल करके सामने वाले कालर को अप्लीकेशन व दूसरे फोन मे अश्लील वीडियो चलाकर स्क्रीन रिकार्ड करके वीडियो बना लेते हैं। यदि कोई व्यक्ति नग्न नहीं होता है तो उसका चेहरा नग्न वीडियों में एडिट करके वीडियों बना लेते हैं तथा उस व्यक्ति को वहीं वीडियो भेजकर सोशल मीडिया पर वायरल करके बदनाम करने का डर दिखाकर अपने फर्जी पेटीएम, फोन-पे, गूगल-पे, फर्जी एकाउन्ट में नगदी डलवाते हैं। व्यक्ति बदनामी के डर से खाते में रकम डलवा लेते हैं।
पुलिस का भी डर दिखाते हैं अपराधी
मथुरा। पुलिस हिरासत में अभियुक्तों ने बताया कि जब व्यक्ति पैसे देने में आना-कानी करता है तो उनका एक साथी जिसके ट्रूकालर पर पुलिस ऑफिसर लिखा होता है वह पीड़ित को फोन करते है और उसकी वीडियो बनी होने की कहता है। साथ ही सोशल साइट पर अश्लील वीडियो अपलोड करने का डर दिखाकर कार्यवाही की धमकी देता है। पुलिस और बदनामी के डर से पी़ड़ित अपराधियों के खाते में नगदी डाल देता है। इसके बाद शातिर अपने मोबाइल नंबर बंद कर लेते हैं।
जिसके कारण अपराधी पुलिस की पकड मे नही आते है ।
20 से 25 प्रतिशत का लालच देकर जोड़़ते हैं युवकों को
पुलिस पूछताछ में अपराधियों ने चौकाने वाला खुलासा किया है। शातिरों ने पुलिस को बताया कि संगठित साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग देने का भी कार्य करते हैं। हरियाणा, राजस्थान के अतिरिक्त जनपद मथुरा के ग्राम हाथिया, दौसेरस, विशम्भरा,बाबूगढ़ जैसे गावों के नवयुवकों को साइबर अपराध करके अवैध तरीके से धन अर्जित करने के लिए उकसाते हैं और साइबर अपराध करने के लिए प्रचार–प्रसार करते हैं।
नये लड़कों को ट्रेनिंग देते हैं कि किस तरह ग्राहक को फंसाना है व किन–किन साइटों/एप्प के माध्यम से सैक्सटोर्सन अन्य साइबर अपराध किया जा सकता हैं। उड़ीसा व अन्य राज्यों के फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराते हैं और सीधे–साधे व्यक्तियों का पैसा डालने हेतु अपने फर्जी अकाउन्ट नये लड़को को देते हैं। ग्राहकों से पैसा इस अकाउन्ट डलवाओं इससे पुलिस हम लोगों को नहीं पकड़ पायेगी और फिर नये अपराधियों से निकालने के नाम पर 20–25 प्रतिशत कमीशन लेते हैं। देश के अनेक राज्यों में इन सबके विरुद्ध सैकड़ो में आन लाइन फ्रॉड की शिकायतें दर्ज हैं ।
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