मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि ने लिया बड़ा फैसला, वापस करेगा छात्रों को विलंब शुल्क

मेरठ। परास्नातक पाठ्यक्रम के विषम सेमेटर के परीक्षा फार्मों के साथ लिए जा रहे विलंब शुल्क को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अब वापस देगा। अपनी गलती मानते हुए विवि ने बिना किसी कारण लिए जा रहे विलंब शुल्क को छात्रों को लौटाने का फैसला किया। परास्नातक पाठ्यक्रमों के विषम सेमेस्टर के परीक्षा फार्म 23 अक्टूबर …
मेरठ। परास्नातक पाठ्यक्रम के विषम सेमेटर के परीक्षा फार्मों के साथ लिए जा रहे विलंब शुल्क को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय अब वापस देगा। अपनी गलती मानते हुए विवि ने बिना किसी कारण लिए जा रहे विलंब शुल्क को छात्रों को लौटाने का फैसला किया। परास्नातक पाठ्यक्रमों के विषम सेमेस्टर के परीक्षा फार्म 23 अक्टूबर से भरे जा रहे हैं और 10 नवंबर फार्म भरने की अंतिम तारीख है।
इसके बाद भी चौधरी चरण सिंह विवि ने छात्रों से 250 रुपए विलंब शुल्क लेना शुरू कर दिया। वेबसाइट पर परीक्षा फार्म भरते समय विलंब शुल्क मांगे जाने पर छात्र चौंक गए। एमए, एमकॉम, एमएससी समेत कई पाठ्यक्रमों में विवि द्वारा यह विलंब शुल्क लिया जा रहा था। शुक्रवार को छात्रों ने विवि में अधिकारियों से मिलकर इसका विरोध किया।
छात्रों ने कहा कि विवि की मनमानी से छात्रों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। विवि बिना किसी वजह के यह विलंब शुल्क वसूल रहा है। अब तक हजारों छात्र विलंब शुल्क विवि के पास जमा करा चुके हैं। काफी जद्दोजहद के बाद विवि ने अपनी गलती मानी और विलंब शुल्क को लौटाने की बात कही।
विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अश्विनी शर्मा ने बताया कि साइबर कैफे से परीक्षा फार्म भरने वाले अधिकतर छात्रों ने पुराने लिंक के जरिए फार्म भर दिए। परीक्षा फार्म भरवाने वाली एजेंसी के स्तर से यह गलती हुई है, जिसे ठीक कर लिया गया है। अब नए लिंक के जरिए परीक्षा फार्म भरवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही विलंब शुल्क जमा कर चुके छात्रों से उनके बैंक खातों की जानकारी लेकर उन्हें पैसे वापस किए जाएंगे।
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