मथुरा: खाद्य विभाग की टीम ने क्यों फैलाया चार हजार लीटर दूध, जानें पूरा मामला
मथुरा, अमृत विचार। जिले में मिलावट खोरी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा अभियान चला रखा है। बुधवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डॉ.गौरी शंकर के नेतृत्व टीम ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित डेयरी पर छापामारी को निकाली। कई स्थानों पर टीम ने पनीर तथा दूध के …
मथुरा, अमृत विचार। जिले में मिलावट खोरी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा अभियान चला रखा है। बुधवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त डॉ.गौरी शंकर के नेतृत्व टीम ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित डेयरी पर छापामारी को निकाली। कई स्थानों पर टीम ने पनीर तथा दूध के सैंपल लिए हैं। खाद्य विभाग की कार्यवाही की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। टीम के हत्थे कुछ संचालक तो चढ गए जबकि अधिकांश अपने अपने प्रतिष्ठानों पर ताला लगाकर फरार हो गए।
बुधवार की सुबह खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन सहायक आयुक्त डॉ.गौरी शंकर के नेतृत्व मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी एसपी तिवारी टीम के साथ थाना शेरगढ़ के गांव बिसम्भरा स्थित एसके डेयरी नामक पनीर प्लांट पहुंचे। यहां संदेह होने पर पनीर एवं दूध का सैंपल लेते हुए संचालक लाइसेंस मांगा, लेकिन वह लाइसेंस नहीं दिखा सका। इस पर सहायक आयुक्त ने उसे तत्काल प्लांट बंद करने के निर्देश दिए। साथ ही बिना लाइसेंस पनीर प्लांट का संचालन करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराने के अधीनस्थों को निर्देश दिए।
इसके बाद यहीं पर संचालित जेके पनीर प्लांट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत पनीर का एक सैंपल जांच के लिए लिया। साथ ही हेतु डेयरी संचालक को स्वच्छता के साथ पनीर बनाने के निर्देश दिए। इसके बाद टीम हुसैनी गांव पहुंची यहां चंद्रपाल के पनीर प्लांट पर सभी मानकों को ताक पर रखकर पनीर तैयार किया जा रहा था।
अधिकारियों ने यहां 4000 लीटर दूषित दूध को नष्ट कराते हुए पनीर एवं दूध के दो सैंपल लिए हैं। प्लांट संचालक को मानकों की अनदेखी करने के आरोप में नोटिस जारी किया है। टीम द्वारा तीनों स्थानों से लिए गए दूध व पनीर के सैंपलों को जांच के लिये प्रयोगशाला भेजा जा है। इस दौरान टीम में एसएस निरंजन, मुकेश कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी भरत सिंह, खाद्य सहायक ताराचंद धारियां मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- मथुरा : श्रीकृष्ण जन्मभूमि प्रकरण में हाजिर नहीं हुए अधिवक्ता, लगा जुर्माना