बरेली: हड़ताल के चलते पूर्ति विभाग के कार्यालयों पर काम ठप

बरेली: हड़ताल के चलते पूर्ति विभाग के कार्यालयों पर काम ठप

बरेली, अमृत विचार। बीते कई दिनों से प्रदेश सरकार के दो विभाग आमने-सामने आ गए हैं। पूर्ति विभाग और मार्केटिंग विभाग के बीच राजधानी स्तर पर काफी बयानबाजी और प्रदर्शन हो रहा था। बुधवार को जहां कार्यालय पर पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था, वहीं गुरुवार को पूर्ति विभाग के तमाम …

बरेली, अमृत विचार। बीते कई दिनों से प्रदेश सरकार के दो विभाग आमने-सामने आ गए हैं। पूर्ति विभाग और मार्केटिंग विभाग के बीच राजधानी स्तर पर काफी बयानबाजी और प्रदर्शन हो रहा था। बुधवार को जहां कार्यालय पर पूर्ति विभाग के अधिकारियों ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था, वहीं गुरुवार को पूर्ति विभाग के तमाम एआरओ, पूर्ति निरीक्षक और बाबू लखनऊ पहुंचे। इसकी वजह से जिला पूर्ति कार्यालय समेत सभी क्षेत्रीय कार्यालयों पर काम ठप रहा।

जिला पूर्ति कार्यालय पर भी दोपहर को केवल डीएसओ ही नजर आए। बाकी पूरा स्टाफ लखनऊ में मौजूद रहा। पूर्ति निरीक्षकों और एआरओ के संगठनों ने खाद्य आयुक्त व प्रमुख सचिव को लखनऊ में अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा। पूर्ति विभाग के अधिकारी गुरुवार को हड़ताल पर रहे। साथ ही जिले के तमाम कोटेदार भी लखनऊ पहुंचे और अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हुए। वहीं खाद्यान की दुकानें नहीं खुलने से भी कार्डधारक परेशान हुए। बरेली से अंशुल अग्रवाल, नरेश, ब्रजेश सिंह समेत पांच लोगों ने लखनऊ में अपनी गिरफ्तारी दी। कोटेदार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष हरि सिंह का मार्केटिंग निरीक्षकों के हस्तक्षेप को प्रताड़ित करना बताया।

जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि मार्केटिंग विभाग के अधिकारी कंट्रोल आर्डर में संशोधन की मांग कर रहे हैं। इस पर फूड कमिश्नर ने आपत्ति जताई है। बीते तीन दिन से लखनऊ स्थित जवाहर भवन में मार्केटिंग की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरेली मंडल में कालाबाजारी के चलते एसएएफसी से खाद्यान्न व्यवस्था को बंद कराया गया। अब सिंगल स्टेज व्यवस्था से कोटेदारों के पास खाद्यान्न पहुंचता है तो मार्केटिंग विभाग जांच टीम में अपने निरीक्षक शामिल करना चाहता है ताकि वह भी कोटेदारों की जांच कर सकें, जिसका कोटेदारों की यूनियन विरोध करती है।

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