बरेली: अब नर्सिंग स्टाफ का अलग वार्ड में होगा इलाज

अमृत विचार, बरेली। जिला अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीजों को ओपीडी और आईपीडी में इलाज दिया जाता है। इनके उपचार और देखभाल की जिम्मेदारी नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ के कंधों पर होती है। अब नर्सिंग स्टाफ के इलाज के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन ने नई व्यवस्था की है। अस्पताल के बच्चा वार्ड …
अमृत विचार, बरेली। जिला अस्पताल में रोजाना बड़ी संख्या में मरीजों को ओपीडी और आईपीडी में इलाज दिया जाता है। इनके उपचार और देखभाल की जिम्मेदारी नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ के कंधों पर होती है। अब नर्सिंग स्टाफ के इलाज के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन ने नई व्यवस्था की है। अस्पताल के बच्चा वार्ड में पूर्व में एनआईसीयू संचालित था, इसको जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। कई वर्षों से यह वार्ड खाली था। यहां दो बेड का एक अलग वार्ड बनाकर तैयार किया गया है। जहां नर्सिंग स्टाफ का उपचार किया जाएगा।
कई बार मरीजों को इलाज देते-देते नर्सिंग स्टाफ की भी तबीयत खराब हो जाती है। ऐसे में उन्हें सामान्य मरीजों वाले वार्ड में ही भर्ती कर इलाज दिया जाता था। अगर इमरजेंसी में कोई गंभीर मरीज आ जाता था और वार्ड फुल होने पर नर्सिंग स्टाफ को अलग वार्ड में शिफ्ट करना पड़ता था, जिससे इमरजेंसी मरीज का इलाज प्रभावित होता था। अब अलग वार्ड बनने से नर्सिंग स्टाफ को भी बेहतर इलाज मिलेगा। अन्य मरीजों को भी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
डॉ. मेघ सिंह, अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक, जिला अस्पताल-
नर्सिंग स्टाफ के लिए दो बेड का वार्ड बनाया गया है। अब सामान्य मरीजों के साथ स्टाफ को भर्ती नहीं किया जाएगा। इस वार्ड में सभी व्यवस्थाएं पूर्ण करा दी गईं हैं।
ये भी पड़ें- बरेली: बंजारे के गोदाम में मिला व्यक्ति का शव, मचा हड़कंप