बाराबंकी: बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कसी, प्रशासनिक अमले के साथ सैन्य अधिकारियों ने लिया जायजा

बाराबंकी। बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है। सोमवार को सैन्य के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ कटान के संभावित खतरों का जायजा लिया। एनडीआरएफ ने बचाव कार्य की संभावनाओं को टटोला। टीम में सैन्य अधिकारी भी शामिल थे। रामनगर तहसील के सर्वाधिक …
बाराबंकी। बाढ़ के संभावित खतरे से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कसनी शुरू कर दी है। सोमवार को सैन्य के अधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने बाढ़ कटान के संभावित खतरों का जायजा लिया। एनडीआरएफ ने बचाव कार्य की संभावनाओं को टटोला। टीम में सैन्य अधिकारी भी शामिल थे। रामनगर तहसील के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे सेना के कैप्टन आयुष अहलावत के अलावा तथा अतिरिक्त मजिस्ट्रेट शंभू, उप जिलाधिकारी तान्या, तहसीलदार प्राची त्रिपाठी ,नायब तहसीलदार अभिषेक यादव, लेखपाल नूर मोहम्मद ने चौकाघाट रेलवे स्टेशन व हेतमापुर, पंडित पुरवा का निरीक्षण किया।
इस बीच घाघरा की कटान शुरू हो जाने के कारण ग्राम वासियों की चिंता बढ़ गई है। मुख्यमंत्री 29 जुलाई तक बाढ़ से निपटने की तैयारियों तथा तटबंध की मरम्मत का कार्य पूरा करने का समय अधिकारियों को दिया है। इस बीच तहसील क्षेत्र रामनगर अंतर्गत ग्राम तपेसिपाह कोरीन पुरवा समेत कई अन्य गांव के लोग घर छोड़ने की तैयारी करने लगे हैं। सरयू का जल स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। खाना की अभी भी यह खतरे के निशान से काफी नीचे है। सरयू नदी के किनारे बना बांध जो उनका सहारा बनता रहा है। इस बार वह बांध विगत वर्ष में हुई बारिश के कारण कई जगह से कट गया है जिससे उसकी बाढ़ से निपटने की अवरोधक क्षमता कम आंकी जा रही है। लेकिन उस बांध पर किसी भी प्रकार का मरम्मत कार्य नहीं कराया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि इस बांध पर मरम्मत कार्य कराया जाना था जिससे हम लोग बाढ़ आने पर आसानी से निपट सकते। लेकिन इस बांध की ओर कोई भी आलाधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि सरयू नदी में कराई जा रही सिल्ट सफाई के दौरान जिलाधिकारी अपने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ कई बार निरीक्षण करने आए लेकिन इस बांध की तरफ नजर नहीं जा सकी। निरीक्षण के लिए आई टीम में शामिल अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन गंभीर है। सभी संभावित उपाय किए जा रहे हैं। तटबंध की मरम्मत के साथ-साथ हिस्ट्री और इस पर के निर्माण व मरम्मत का कार्य भी समय रहते पूरा कर लिया जाएगा।
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