तेजी से बढ़ रहा हादसों का ग्राफ, ऐसे में ट्रामा को महामारी कहा जाए तो गलत नहीं

तेजी से बढ़ रहा हादसों का ग्राफ, ऐसे में ट्रामा को महामारी कहा जाए तो गलत नहीं

लखनऊ। जिस तरह से दुर्घटनाओं तथा सड़क हादसों के चलते लोग काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसे में ट्रामा को महामारी कहा जाए तो गलत ना होगा। आंकड़ों की मानें तो ट्रामा दुनिया भर में मौत और विकलांगता का सबसे बड़ा और प्रमुख कारण है या यूं कहें कि दुनिया भर में जितनी …

लखनऊ। जिस तरह से दुर्घटनाओं तथा सड़क हादसों के चलते लोग काल के गाल में समा रहे हैं। ऐसे में ट्रामा को महामारी कहा जाए तो गलत ना होगा। आंकड़ों की मानें तो ट्रामा दुनिया भर में मौत और विकलांगता का सबसे बड़ा और प्रमुख कारण है या यूं कहें कि दुनिया भर में जितनी भी मौतें बीमारियों से होती है उससे कहीं अधिक मौतें ट्रामा से होती है जिन को रोका जा सकता है इसलिए हमारा पूरा फोकस है, ट्रामा प्रिवेंशन पर। यह कहना है केजीएमयू ट्रामा सेंटर के इंचार्ज प्रोफेसर संदीप तिवारी का।

प्रोफेसर संदीप तिवारी ने कहा कि जो व्यक्ति सड़क पर चल रहा है उसे सावधान रहने की जरूरत है नहीं तो वह दुर्घटना का शिकार हो सकता है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना से खुद को जागरूक रहकर ही बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बचाव जरूरी है वाहन चलाते समय ध्यान इधर उधर ना भटकने दे, दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें इसके अलावा यातायात व्यवस्था मजबूत रखने के लिए जो कानून सरकार ने बनाया है। उसका सख्ती से पालन हो जो शख्स यातायात नियमों का उल्लंघन करें उसका चालान जरूर होना चाहिए,चाहे वह कोई भी हो।

ओवरलोडिंग सड़क दुर्घटना का बड़ा कारण

प्रोफेसर संदीप तिवारी के मुताबिक ओवरलोडिंग सड़क दुर्घटना का एक बड़ा कारण है उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में भार वाहक वाहनों पर सवारियां बैठाकर ले जाई जाती हैं, उस पर भी रोक लगाना जरूरी है। भार वाहनों में सवारियां ले जाने के दौरान दुर्घटना होना आम बात होती जा रही है।

दुर्घटना स्थल पर घायल को मिले इलाज

प्रोफेसर संदीप तिवारी बताते हैं कि यदि किसी का एक्सीडेंट हो जाए, तो पहला एक घंटा उसके जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। लेकिन बहुत से मामलों में घायल 1 घंटे के भीतर अस्पताल नहीं पहुंच पाता, ऐसे में प्लेटिनम 10 मिनट के कॉन्सेप्ट पर काम हो रहा है, यानी कि जिस जगह व्यक्ति घायल हुआ है वहीं पर उसको प्रारंभिक उपचार दे दिया जाए, तो घायल की जान बच सकती है।

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