मुरादाबाद : स्टीकर बता रहा स्कूल न जाने वाले बच्चों का पता, शिक्षकों ने डोर-टू-डोर किया सर्वे

मुरादाबाद,अमृत विचार। स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिह्नीकरण कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने डोर टू डोर सर्वे किया। इसमें सर्वेकर्ता शिक्षकों व स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों के द्वारा हर घर पर एक स्टीकर चिपकाया जा रहा है। इस स्टीकर से उस घर …
मुरादाबाद,अमृत विचार। स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत आउट ऑफ स्कूल बच्चों का चिह्नीकरण कर शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षकों और शिक्षामित्रों ने डोर टू डोर सर्वे किया। इसमें सर्वेकर्ता शिक्षकों व स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्यों के द्वारा हर घर पर एक स्टीकर चिपकाया जा रहा है।
इस स्टीकर से उस घर के स्कूल न जाने वाले बच्चों की पहचान की जा रही है। स्टीकर पर घर के मुखिया का नाम, परिवार में 5-14 वर्ष तक के बच्चों की संख्या, विद्यालय जाने वाले बच्चों का विवरण, स्कूल का नाम आदि जानकारी अंकित की जा रही है। हाउस होल्ड सर्वे के दौरान घरों के दरवाजे पर लगाए जा रहे स्टीकरों को देखकर कोई भी आसानी से यह पता लगा सकता है कि इस घर के कितने बच्चे स्कूल जा रहे हैं और कितने नही। सर्वे में चिन्हित किये गए आउट ऑफ स्कूल बच्चों को सर्वे कराने वाले शिक्षक निकटवर्ती परिषदीय स्कूलों में नामांकित भी करा रहे हैं। पहली बार हो रहे इस अभिनव प्रयास के रूप में स्टीकर स्कूल न जाने वाले बच्चों के घरों की पहचान कराने में सहायक सिद्ध हो रहा हैं।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुद्ध प्रिय सिंह का कहना है कि पहली बार आउट आफ स्कूल वाले बच्चों को चिह्नित करने के लिए विशेष अभियान में इस प्रकार के स्टीकर लगाने का अभिनव प्रयोग किया जा रहा है। इससे पहले यह व्यवस्था नहीं थी। इसमें एसएमसी सदस्य और अभिभावक भी सर्वे में सहयोग कर रहे हैं। कहा कि हर स्कूल में पिछले सत्र की तुलना में इस बार 20 फीसदी नामांकन बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया है। इसे हर हाल में हासिल करने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।
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