रंगकर्म के विकास के लिए अपनी सोच बदलनी होगी

बरेली, अमृत विचार। ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन के तत्वाधान में संस्था कार्यालय परिसर में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रंगकर्मी जेसी पालीवाल ने शहर के वरिष्ठ रंगकर्मियों में राकेश श्रीवास्तव, संजय सक्सेना, नीलम वर्मा और डॉ दीपशिखा जोशी को विश्व रंगमंच दिवस पर सम्मानित किया। इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए जेसी पालीवाल …
बरेली, अमृत विचार। ऑल इंडिया कल्चरल एसोसिएशन के तत्वाधान में संस्था कार्यालय परिसर में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष रंगकर्मी जेसी पालीवाल ने शहर के वरिष्ठ रंगकर्मियों में राकेश श्रीवास्तव, संजय सक्सेना, नीलम वर्मा और डॉ दीपशिखा जोशी को विश्व रंगमंच दिवस पर सम्मानित किया।
इस अवसर पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए जेसी पालीवाल ने कहा कि शौकिया रंगमंच ही रंगमंच की नींव है। रंगमंच कल भी था आज भी है और कल भी रहेगा। विश्व रंगमंच ने समय के साथ बहुत तरक्की की है। रंगकर्मी राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि नए कलाकारों में गंभीरता समझ की कमी है। इसलिए रंगकर्म के विकास के लिए अपनी सोच को बदलना होगा तथा अधिक से अधिक रंगकर्म करना होगा। रंगकर्मी संजय सक्सेना ने कहा कि हमें प्रेक्षागृह पर निर्भरता को छोड़ कर समयानुसार ड्राइंग रूम थिएटर अपनाना होगा।
रंगकर्मी नीलम वर्मा ने कहा कि संवाद अदायगी ही रंगमंच नहीं है। हमको भाव पक्ष को भी समझना चाहिए। रंगकर्मी डॉक्टर दीपशिखा जोशी ने कहा कि हम अपने जीवन के अलग अलग भाग में अभिनय ही करते हैं। रंगकर्म हमें अनुशासन सिखाता है। इस अवसर पर देवेन्द्र रावत, पवन कालरा, सुनील धवन, प्रदीप मिश्रा, मोहम्मद नवी, हरजीत कौर, राजीव रंजन, विनय चतुर्वेदी, रवि सक्सेना, पूनम, लतिका, शीतल, आकाश, प्रशांत, केशव, आशा आदि मौजूद रहीं।