मुरादाबाद : अपराध और अपराधियों पर अंकुश के लिए होगी क्राइम मैपिंग

मुरादाबाद : अपराध और अपराधियों पर अंकुश के लिए होगी क्राइम मैपिंग

मुरादाबाद,अमृत विचार। अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने जिले में क्राइम मैपिंग कराने का फैसला किया है। इस व्यवस्था के तहत यूपी 112 पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर तय किया जाएगा कि किन-किन स्थानों या इलाकों में किस-किस तरह के अपराध हो रहे हैं। इस प्रकार इन अपराधों की …

मुरादाबाद,अमृत विचार। अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने जिले में क्राइम मैपिंग कराने का फैसला किया है। इस व्यवस्था के तहत यूपी 112 पर आने वाली सूचनाओं के आधार पर तय किया जाएगा कि किन-किन स्थानों या इलाकों में किस-किस तरह के अपराध हो रहे हैं। इस प्रकार इन अपराधों की श्रेणीवार हॉट स्पॉट का निर्धारण किया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक हॉट स्पॉट पर पुलिस की गश्त बढ़ाने के अलावा आवश्यकतानुसार पुलिस पिकेट लगाई जा सकेगी। इसके लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कवायद शुरू हो गई है।

पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए उनकी निगरानी बहुत जरूरी है। क्राइम मैपिंग की प्रक्रिया के दौरान ज्यादातर अपराध वाले इलाके तो चिन्हित होंगे ही, उन इलाकों में सक्रिय अपराधियों की भी पहचान हो सकेगा। इससे संबंधित थाने की पुलिस उन्हें आसानी से ट्रैक कर सकेगी।

वहीं भविष्य में किसी तरह की घटना में उनकी संलिप्तता पाए जाने पर तत्काल उन्हें पकड़ा जा सकेगा। पुलिस आवश्यकता के मुताबिक किसी अपराध को ट्रैस करने में पुराने अपराधियों की मदद भी ले सकेगी। एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक जिले भर में दोनों अपर पुलिस अधीक्षकों की निगरानी में थानावार क्राइम मैपिंग कराई जा रही है। इसके परिणामों का मुख्यालय स्तर पर अध्ययन किया जाएगा।

जिले में ज्यादा है असंगठित अपराध
जिले में असंगठित अपराध के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। इसमें भी सबसे ज्यादा राहजनी और छिटपुट झड़प के साथ मारपीट के मामले हैं। कुछ हत्या और हत्या के प्रयास के भी मामले पिछले दिनों सामने आए हैं। क्राइम मैपिंग के दौरान इन वारदातों में शामिल रहे अपराधियों को भी ट्रैक किया जाएगा।

संगठित अपराध में शराब और सट्टे का खेल
जिले में फिलहाल कोई बड़ा संगठित गिरोह सक्रिय नहीं है। जो गिरोह वारदातों को अंजाम दे भी रहे हैं तो उनमें अवैध शराब की तस्करी और जुआ सट्टा खेलने वाले अधिक हैं। पुलिस पहले से ही इन श्रेणी के अपराधियों की निगरानी कर रही है। चालू वर्ष में सट्टा, जुआ और शराब का काम करने वाले आधा दर्जन गिरोहों का खुलासा किया गया है।

आम आदमी से मांगा पुलिस का सहयोग
एसएसपी के मुताबिक अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस आम आदमी का भरोसा जीतने का प्रयास कर रही है। प्रयास किया जा रहा है कि किसी तरह की घटना होने पर लोग खुद आगे बढ़ कर पुलिस को सूचना दें और अपराधियों की धरपकड़ में सहयोग करें। इसी के साथ बीट पुलिसिंग प्रणाली को भी दुरुस्त किया जा रहा है। इससे सभी बीट अफसर अपने क्षेत्र के अच्छे और बुरे लोगों पर निगरानी रख सकेंगे। इससे पाकेट वार सूचना भी मुख्यालय पर मिल जाया करेगी।

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