भवाली: राज्यपाल गुरमीत सिंह ने किया ‘शक्ति स्मारक’ का उद्घाटन किया

भवाली: राज्यपाल गुरमीत सिंह ने किया ‘शक्ति स्मारक’ का उद्घाटन किया

हल्द्वानी, अमृत विचार। राज्यपाल गुरमीत सिंह हेलिकॉप्टर से गुरुवार को जिले के भवाली के नजदीक स्थित घोड़ाखाल सैनिक स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने विद्यालय में बने शक्ति स्मारक का उद्घाटन किया। इस दौरान विद्यालय के कैडेटों ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। उन्होंने विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री …

हल्द्वानी, अमृत विचार। राज्यपाल गुरमीत सिंह हेलिकॉप्टर से गुरुवार को जिले के भवाली के नजदीक स्थित घोड़ाखाल सैनिक स्कूल पहुंचे। यहां उन्होंने विद्यालय में बने शक्ति स्मारक का उद्घाटन किया। इस दौरान विद्यालय के कैडेटों ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। उन्होंने विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की।

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश की बेटियों को भी सैनिक स्कूल में पढ़ने का मौका दिया। आज वो समय आ गया है, जब सैनिक स्कूल में बेटियां पढ़ने लगी हैं।

यकीनन एक दिन यहां से पढ़कर बेटियां एक मिसाल कायम करेंगी। भारतीय सेना में देश की रक्षा करेंगी। उन्होंने सैनिक स्कूल घोड़ाखाल की उपलब्धियों की सराहना की। कहा कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने देश को कई सैन्य अफसर व 6 लेफ्टिनेंट जनरल दिए हैं। साथ ही विद्यालय के नाम कई अन्य कीर्तिमान भी स्थापित हैं। उन्होंने कहा सैनिक स्कूल से युवाओं को सेना से जुड़ने की प्रेरणा मिलती है।

वहीं उन्होंने विजय दिवस की बधाई देते हुए उत्तराखंड को सैन्य धाम बताया और कहा कि आज के दिन पाकिस्तान को 2 टुकड़ो में बांट दिया गया। हमारे वीर सैनिकों ने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को घुटने टेकने को मजबूर किया जो कि इतिहास बना। विश्व में किसी देश के इतनी संख्या में सैनिकों ने आत्मसर्मपण नहीं किया है। आज भी देश व इस राज्य का एक-एक युवा देश की कुर्बानी के लिए तैयार रहता है।