बरेली: छावनी परिषद ने चलाया अतिक्रमण अभियान, ढहाए 12 अवैध निर्माण

बरेली, अमृत विचार। छावनी क्षेत्रांतर्गत अधिकारियों ने अभियान चलाकर 12 अतिक्रमणकारियों से छावनी के अधीन भूमि को मुक्त कराया। अभियान के दौरान जद में आए कच्चे- पक्के निर्मित भवनों पर बुल्डोजर चलाकर ढहा दिया गया। इस दौरान अधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। छावनी परिषद द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाई …
बरेली, अमृत विचार। छावनी क्षेत्रांतर्गत अधिकारियों ने अभियान चलाकर 12 अतिक्रमणकारियों से छावनी के अधीन भूमि को मुक्त कराया। अभियान के दौरान जद में आए कच्चे- पक्के निर्मित भवनों पर बुल्डोजर चलाकर ढहा दिया गया। इस दौरान अधिकारियों को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा। छावनी परिषद द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाई से प्रभावित हुए लोगों को गोकुल नगरी में भूमि देकर पशुपालन करने की अनुमति दे दी गई है।
मंगलवार को छावनी परिषद के अधिकारी सुबह करीब 11 बजे रामलीला ग्राउंड पहुंच कर लोगों से खुद अपना सामान हटाने के लिए कहा। नहीं मानने पर मैदान के किनारे लगभग 50 मीटर भीतर तक बने भवनों के निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। लोगों द्वारा लगभग 2 दशकों से भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर पशुपालन व अन्य कार्यों के उपयोग में लिया जा रहा था। अभियान से प्रभावित कुल 17 लोगों को अधिकारियों द्वारा पशु पालन के लिए गोकुल नगरी में भूमि उपलब्ध करा दी गई है। अभियान के दौरान मौके पर पहुंचे सीईओ विवेक सिंह ने क्षेत्र में भ्रमण कर शेष अतिक्रणकारियों को कड़ी चेतावनी दी। कार्यवाई के दौरान सहायक अभियंता आरके माहेश्वरी, मनोज तिवारी एसआई, दीप कुमार एसआई, मनोज यादव जेई, विकास आरआई, राजेश कुमार एएसआई आदि सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
उजड़ता आशियाना देख छलके आंसू
बुल्डोजर को घर की छत और दीवार ढहाते देख लोगों की आंखे नम थीं और आंसू छलक रहे थे। उनका कहना था टूट चुके घर के आंगन में बच्चे खेलते थे। पशुओं को रख डेयरी का रोजगार होता था। अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद गिरे ईंट, पत्थर के मलवे को लोग सहेजते दिखे। लोगों का कहना है कि वह आर्थिक रूप से परेशान हैं और इतनी जल्दी मकान बनाना तो दूर वह नया रोजगार भी इतनी जल्दी शुरू नहीं कर सकते। पूरी कार्यवाई के दौरान स्थानीय लोगों का जमावड़ा लगा रहा । अब बचे हुए अतिक्रमणकारियों के खिलाफ भी अभियान चलाया जाएगा।
वर्जन –
अतिक्रमण मुक्त करने के लिए पूर्व में ही भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस भेजा गया था। लोगों द्वारा स्वयं भूमि खाली नहीं किए जाने पर अभियान चलाया जा रहा है। शेष अतिक्रमणकारी जिन्होंने भूमि से अवैध कब्जा नहीं हटाया है। दोबारा से अभियान चला कर मैदान को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा।
— आरके माहेश्वरी, सहायक अभियंता , छावनी परिषद, बरेली
पिछले दिनों अभियान को दिवाली और दशहरा त्योहार को देखते हुए स्थगित कर अतिक्रमण हटा लेने की हिदायत दी गई थी। अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध लगातार कार्यवाई कर अभियान चलाया जाएगा।
— विवेक सिंह, सीईओ , छावनी परिषद, बरेली