पीलीभीत: दो लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि, पांच किसानों से जुर्माना वसूला

पीलीभीत, अमृत विचार। प्रतिबंध के बावजूद पराली जलाने की घटना सामने आने के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। डीएम ने मामले का संज्ञान लिया तो खलबली मच गई। दूसरे दिन सोमवार को सुबह से ही एसडीएम अमरिया-तहसीलदार की अगुवाई में राजस्व, पुलिस और प्रशासनिक टीमें सूरजपुर समेत आसपास के गांवों में छानबीन करने …
पीलीभीत, अमृत विचार। प्रतिबंध के बावजूद पराली जलाने की घटना सामने आने के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। डीएम ने मामले का संज्ञान लिया तो खलबली मच गई। दूसरे दिन सोमवार को सुबह से ही एसडीएम अमरिया-तहसीलदार की अगुवाई में राजस्व, पुलिस और प्रशासनिक टीमें सूरजपुर समेत आसपास के गांवों में छानबीन करने में जुटी रही। लापरवाही मिलने पर दो लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है। वहीं, पराली जलाने वाले पांच किसानों से दस हजार रुपये जुर्माना भी वसूल किया गया। अधिकारियों ने पराली को लेकर सख्ती से नियमों का पालन कराने के निर्देश दिए। वहीं, किसानों को जागरूक भी किया गया।
इन दिनों धान की कटाई चल रही है। पराली जलाने पर प्रतिबंध है। शासन से भी इसका सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। किसानों को जागरूक करने के साथ ही पराली का निस्तारण करने को रणनीति तय है। मगर, किसानों के अनुसार उनकी अपनी दिक्कतें हैं। नतीजतन लगातार घटनाएं सामने आती है। इस बार भी धान की कटाई के साथ ही पराली जलाने के मामले उजागर होने लगे। दो दिन पहले अमरिया के बौरख गांव में पराली जलाने पर वीडीओ को निलंबित कर दिया था।
बिलसंडा में भी दो लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। उसके बाद रविवार को अमरिया क्षेत्र के सूरजपुर गांव में पराली जला दी गई थी। इसकी जब भनक लगी तो लेखपाल रजनीश मिश्र टीम के साथ दोपहर बाद पहुंचे थे। इसके बाद से उनकी तरफ से सख्त कार्रवाई की बात कह दी गई थी। मामला संज्ञान में आया तो डीएम पुलकित खरे ने कार्रवाई के निर्देश दिए। उसके बाद सोमवार को एसडीएम अमरिया रामदास, तहसीलदार ध्रुव नारायन सिंह टीम के साथ सूरजपुर गांव पहुंच गए।
यहां दिन भर चली पड़ताल के बाद चार खेतों में पराली जलाए जाने की बात सामने आई।उसके अलावा दो दिन पहले भी पड़ाेस के गांव में एक खेत में पराली जलाना पाया गया। इस पर दस हजार रुपये का जुर्माना पांच किसानों से वसूला गया। दोबारा ऐसा न करने की चेतावनी दी गई। दोनों स्थानों के दो लेखपालों पर भी विभागीय शिकंजा कसा गया। दोनों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है।
पहले दिन छिपाए रहे थे लेखपाल
पराली जलाने की घटना को लेकर पहले से ही राजस्व, पंचायत सचिव, कृषि और पुलिस के कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जा चुकी है। सख्ती से पालन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।मगर, सूरजपुर गांव में हुई घटना के बाद जिम्मेदार सख्त एक्शन लेने के बजाय इस मामले को दबाने पर अधिक ध्यान दे रहे थे।लेखपाल रविवार को घंटों गांव में रहे थे। इसके बावजूद अधिकारियों को सूचित नहीं किया था। मामला जब डीएम पुलकित खरे के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने कड़ी फटकार लगाई।उसके बाद अब कार्रवाई हो सकी है।
अभी और बढ़ेगी मुश्किल
पराली जलाने वाले किसानों से जुर्माना वसूला जा चुका है।मगर, अभी उनकी दिक्कतें और बढ़ेंगी। उन्हें सरकारी योजनाओं से वंचित रखने को भी कदम उठाए जाएंगे।इसके लिए कार्रवाई शुरू भी कर दी गई है। राशन कार्ड आदि भी निरस्त कराए जाने की बात अधिकारियों की ओर से कही गई है।
पांच किसानों से दस हजार रुपये जुर्माना वसूला गया है। इसमें से चार पराली जलाने वाले सूरजपुर गांव से हैं। लापरवाही पर दो लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई है। अन्य तमाम दिशा निर्देशों के आधार पर भी सख्ती कराई जा रही है।
– ध्रुव नारायण सिंह, तहसीलदार अमरिया
सूरजपुर गांव में एक दिन पहले पराली जलाने का मामला संज्ञान में आया था। इस पर सोमवार को टीम के साथ मौके पर गए थे। पड़ताल करने के बाद पराली जलाने वालों को चिन्हित किया गया। उन पर कार्रवाई भी की गई है। कर्मचारियों को पैनी निगाह रखने के निर्देश दिए हैं।
– रामदास, एसडीएम अमरिया