बरेली: महापुरुषों का अपमान, फजीहत होने पर शौचालय से मिटवाए चित्र

बरेली, अमृत विचार। देश को आज़ाद कराने के लिए न जाने कितने स्वतंत्रता संग्रामियों को अपने प्राण तक न्यौछावर करने पड़े। अंग्रेजों को भारत से भगाने में इन महापुरुषों के योगदान को सुनकर भारत के हर नागरिक का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है लेकिन जिम्मेदार उनका अपमान करने में कोर कसर नहीं छोड़ …
बरेली, अमृत विचार। देश को आज़ाद कराने के लिए न जाने कितने स्वतंत्रता संग्रामियों को अपने प्राण तक न्यौछावर करने पड़े। अंग्रेजों को भारत से भगाने में इन महापुरुषों के योगदान को सुनकर भारत के हर नागरिक का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है लेकिन जिम्मेदार उनका अपमान करने में कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
मामला आलमपुर जाफराबाद ब्लाक की ग्राम पंचायत चकरपुर का है। यहां बनाए गए सामुदायिक शौचालय की दीवार पर पेटिंग के दौरान सोमवार शाम महात्मा गांधी और भीमराव अंबेडकर की तस्वीरें बना दीं जिस पर विवाद हो गया। समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष भुवनेश प्रधान ने विरोध जताते हुए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को फोटो ट्विट करने के साथ ही अफसरों से शिकायत की। मंगलवार को मामला तूल पकड़ा गया। सपाई विरोध करने लगे। मामला संज्ञान में आने पर आनन-फानन में फजीहत से बचने को अधिकारियों ने फोटो पर पेंटिंग कराकर स्लोगन लिखवा दिए।
शासन ने सामुदायिक शौचालय और कूड़ेदानों पर गांधी और दूसरे महापुरुषों की तस्वीर लगाने पर रोक लगा रखी है। इसको लेकर पूर्व में अफसरों को दिशा-निर्देश भी जारी किए जा चुके हैं मगर महापुरुषों के अपमान का शर्मनाक मामला थमता नहीं दिख रहा। चकरपुर ग्राम पंचायत मामले ने भी अफसरों की खूब किरकिरी कराई। भुवनेश के अलावा सपा नेता आदेश गुड्डू, आसिफ, रणवीर आदि ने भी दोनों महापुरुषों के शौचालय से फोटो न हटाने पर आंदोलन की चेतावनी दी। जिसके बाद मंगलवार सुबह तस्वीरों का नामोंनिशान मिटा दिया गया।
प्रधान और सचिव का इसमें कोई रोल नहीं है। यह एक मानवीय भूल सामुदायिक शौचालय पर पेंट करने वाले ठेकेदार से हुई है। इसमें सुधार कर दिया गया है। आगे इस तरह की गलती नहीं हो, इसके निर्देश दे दिए गए हैं। -धर्मेंद्र कुमार, डीपीआरओ