बरेली: छावनी क्षेत्र के पार्कों में प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली

बरेली, अमृत विचार। छावनी क्षेत्र में बने पार्कों में प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। ठेकेदार निर्धारित शुल्क से 10 गुना प्रवेश शुल्क वसूल रहा है। लापरवाही उजागर न हो इसलिए लोगों को कैंट बोर्ड लिखी पर्ची भी दी जा रही है। वाहन पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का खेल …
बरेली, अमृत विचार। छावनी क्षेत्र में बने पार्कों में प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। ठेकेदार निर्धारित शुल्क से 10 गुना प्रवेश शुल्क वसूल रहा है। लापरवाही उजागर न हो इसलिए लोगों को कैंट बोर्ड लिखी पर्ची भी दी जा रही है। वाहन पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का खेल लंबे समय से चल रहा है। मामला संज्ञान में आने पर अफसरों ने ठेकेदार को नोटिस जारी करने की बात कही है।
छावनी क्षेत्रांर्तगत लोगों को शांत और प्राकृतिक वातारण का आनंद लेने के लिए फूलबाग और चिल्ड्रेन पार्क बनाए गए हैं। दोनों को छावनी परिषद के अधीन ठेकेदार चला रहे हैं। लेकिन कमाई के चक्कर में दोनों ठेकेदारों ने सभी मानक ताक पर रख दिए हैं। आलम यह है कि दो रुपये प्रवेश शुल्क तय होने के बावजूद 10 गुना ज्यादा वसूली की जा रही है। कई लोगों ने कैंट बोर्ड द्वारा निर्धारित प्रवेश शुल्क का पता चलने पर विरोध भी किया। लेकिन ठेकेदार की मनमानी से उनकी एक नहीं चली।
ठेकेदारों की मनमानी का आलम यह है कि पार्क में चहलकदमी के लिए पहुंचने वाले लोग जब इसका विरोध करते हैं तो गेट पर बैठे संचालक अभद्रता करते हैं। कई बार तो मारपीट की नौबत आ चुकी है। ऐसे में लोग अपनी साख बचाने के लिए 10 गुना शुल्क देने को विवश हैं। वहीं लोगों का कहना है कि छावनी परिषद की छवि को ठेकेदारों की करतूत के कारण क्षति पहुंच रही है। अधिकारियों की छवि धूमिल करने में ठेकेदार कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जबकि पूर्व में इसी तरह का एक मामला सामने आने पर पार्क का ठेका निरस्त कर दिया गया था।
रेट बोर्ड से की गई छेड़छाड़
वसूली के खेल में माहिर ठेकेदार पार्क पहुंचने वाले लोगों को चूना लगाने के लिए हर वह हथकंडा अपनाया, जिससे उसकी फजीहत न हो। प्रवेश द्वार पर कैंट बोर्ड की तरफ से लगे निर्धारित शुल्क बोर्ड को खुरचकर अस्पष्ट कर दिया गया है। जबकि इस पर स्पष्ट रूप से यह अंकित है कि 6 साल से अधिक उम्र वालों से 2 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से वसूला जाएगा।
वहीं 6 साल तक के बच्चों का प्रवेश निशुल्क रखा गया है। लेकिन पार्क संचालक 6 साल तक के बच्चों से भी 10 गुना वसूली कर रहा है। बोर्ड पर साइकिल, स्कूटर, बाइक, कार आदि का शुल्क दर्ज है।
रसीद पर प्रवेश शुल्क का नहीं होता जिक्र
पार्क में प्रवेश के समय लोगों को दिए जाने वाली रसीद में खेल चल रहा है। कैंट बोर्ड रसीद पर मैं बजरंग सिक्योरिटी सर्विसेज एंड कांट्रैक्टर के साथ ही कैंट बोर्ड का जिक्र किया गया है। लेकिन कहीं प्रवेश शुल्क का जिक्र नहीं किया जाता है। यही नहीं पार्किंग के लिए बनी पर्ची पर भी लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है।
पार्कों में लोगों से अवैध वसूली का मामला संज्ञान में आया है। इसकी गंभीरता से जांच के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जांच में मामला सही मिलने पर ठेकादार पर कार्रवाई कर उसका ठेका निरस्त किया जाएगा। – विवेक सिंह, सीईओ