खटीमा: लिखित आश्वासन मिलने तक धरने से उठने से आशाओं ने किया इनकार…

खटीमा: लिखित आश्वासन मिलने तक धरने से उठने से आशाओं ने किया इनकार…

खटीमा, अमृत विचार। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनत आशा वर्कर रविवार को स्वतंत्रता दिवस पर भी नागरिक अस्पताल के समक्ष धरना प्रदर्शन में डटीं रहीं। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी करीब 11 बजे धरना स्थल पहुंची और उनको आश्वासन दिया कि आशा वर्कर की मांगो को सरकार के समक्ष …

खटीमा, अमृत विचार। 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनत आशा वर्कर रविवार को स्वतंत्रता दिवस पर भी नागरिक अस्पताल के समक्ष धरना प्रदर्शन में डटीं रहीं।

इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी करीब 11 बजे धरना स्थल पहुंची और उनको आश्वासन दिया कि आशा वर्कर की मांगो को सरकार के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने धरने से उठने का आग्रह किया। इस पर आशा वर्कर ने लिखित आश्वासन व मांगों का निदान न होने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया। सोमवार को भी आशा वर्कर का मांगों को लेकर गुस्सा फूटा।

आशा वर्कर सरकारी सेवक का दर्जा देने, न्यूतनम वेतन 21 हजार रूपए करने के साथ ही सरकारी कर्मचारी का दर्जा आदि मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन भी आशा वर्कर यूनियन की अध्यक्ष केशवी देवी के नेतृत्व में आशा कार्यकत्रियां सुबह नौ बजे से ही धरने में पहुंच गई। आक्रोशित आशाओं ने जबर्दस्त नारेबाजी कर तत्काल मांगों के निदान पर जोर दिया।

इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी अस्पताल पहुंची तो उन्होंने धरना स्थल पहुंचकर आशाओं की समस्या सुनीं। इस बीच लिखित आश्वासन न मिलने पर आशा वर्कर ने आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया। इधर, सोमवार को भी सुबह से ही आशा वर्कर का गुस्सा फूटा। इस दौरान अध्यक्ष के साथ सचिव जानकी अधिकारी, कोषाध्यक्ष अनीता बिष्ट, हीरा बिष्ट, देवकी जोशी, उपाध्यक्ष कमला मेलकानी, पुनीता, परवीन समेत अनेक आशा वर्कर मौजूद रहीं।