जानिए कौन से मामले में साल 2023 में चीन को पछाड़ सकता है भारत

नई दिल्ली। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का शुभारंभ किया। होमगार्ड के जवानों ने इस दौरान बाइक रैली निकाली। उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ, विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लखनऊ में ‘जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि …
नई दिल्ली। विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का शुभारंभ किया। होमगार्ड के जवानों ने इस दौरान बाइक रैली निकाली। उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ, विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर लखनऊ में ‘जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में उ.प्र. ने पहले की तुलना में अपने रिकॉर्ड को अच्छा किया है, लेकिन इसे और बेहतर करने की जरूरत है।
वहीं, यूनाइटेड नेशन्स की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी के मामले में भारत अगले साल चीन को पीछे छोड़ सकता है। इसमें कहा गया है कि नवंबर, 2022 के मध्य तक दुनिया की आबादी 8 बिलियन पहुंच जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में भारत की आबादी 1.412 अरब है, जबकि चीन की आबादी 1.426 अरब है। अनुमान है कि भारत में 2050 में 1.668 बिलियन की आबादी होगी, जो सदी के मध्य तक चीन के 1.317 बिलियन लोगों से बहुत ज्यादा है। दुनिया का आबादी 1950 के बाद से सबसे न्यूनतम गति से बढ़ रही है, जिसमें 2020 में एक प्रतिशत की गिरावट आई थी। यूएन के हालिया अनुमानों में कहा गया है कि 2030 तक दुनिया की जनसंख्या 8.5 बिलियन और 2050 तक 9.7 बिलियन तक पहुंच जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक, 2080 तक दुनिया भर में 10.4 बिलियन के आसपास लोग होंगे।
2022 में दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया हैं। यहां 2.3 बिलियन लोग रहते हैं जो वैश्विक आबादी का 29 प्रतिशत है। वहीं, मध्य और दक्षिणी एशिया की आबादी 2.1 बिलियन है, जो कुल विश्व जनसंख्या का 26 प्रतिशत है। 2022 में 1.4 बिलियन आबादी के साथ चीन और भारत इन क्षेत्रों में सबसे बड़ी जनसंख्या के लिए जिम्मेदार हैं।
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