बेड़ियां
साहित्य 

बेड़ियां

बेड़ियां “तो ये है तुम्हारी क़ब्र आपा… लाहौल-व-ला-क़ुव्वत…” वहीद ने अच्छा भला लंबा सिगरेट फेंक कर दूसरा सुलगा लिया। कोई और वक़्त होता तो जमीला उससे बुरी तरह लड़ती उसे यही बुरा लगता था कि सिगरेट सुलगाली जाये और पी ना जाये बल्कि बातें की जाएं। जब सुलगाई है तो पियो। धुआँ बनाकर उड़ा देने से …
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इतिहास 

बरेली के स्वतंत्रता सेनानी खान बहादुर

बरेली के स्वतंत्रता सेनानी खान बहादुर ये बरेली के स्वतंत्रता सेनानी और हाफ़िज़ रहमत खान के पोते नवाब खान बहादुर की कब्र है। मुग़ल सल्तनत पेज के मेम्बर आबिद बेग ने हमे बताया की इनको जो बेड़ियां पहना कर फांसी दी गयी थी उनके जिस्म में बंधी बेड़ियों के साथ उन्हें बरेली जेल में दफना दिया गया था वो बेड़ियां आज …
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