सीतापुर: सरकारी कार्यालयों में पानी ही पानी, पहली बारिश में खुली नगर पालिका की पोल

सीतापुर: सरकारी कार्यालयों में पानी ही पानी, पहली बारिश में खुली नगर पालिका की पोल

सीतापुर। पहली बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। सरकारी कार्यालर्यों के बाहर पानी ही पानी देखने को मिला। गुरुवार को आने वाले लोगों को तमाम सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बुधवार देर रात से शुरू हुई बारिश गुरुवार सुबह तक हुई। ऐसे में विकास भवन के बाहर चोक नालियों के कारण पानी …

सीतापुर। पहली बारिश ने व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी। सरकारी कार्यालर्यों के बाहर पानी ही पानी देखने को मिला। गुरुवार को आने वाले लोगों को तमाम सी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बुधवार देर रात से शुरू हुई बारिश गुरुवार सुबह तक हुई। ऐसे में विकास भवन के बाहर चोक नालियों के कारण पानी भर गया। कोषागार, कलेक्ट्रेट, तहसील सदर कार्यालय परिसर सहित अन्य कार्यालयों में आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। बताते हैं कि नगर पालिका की ओर से विशेष इंतजाम न होने से नालियां चोक ही रहीं। ऐसे में सड़कों पर पानी ही पानी देखने को मिला।

नगर विकास विषेष सचिव की डांट के बाद भी पालिका ईओ की लापरवाही

बीते शुक्रवार को डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने चोक नाले को लेकर सदर नगरपालिका ईओ को डांट लगाई थी। उसके बाद भी पालिका ईओ ने लापरवाही बरती। जिसका नतीजा गुरूवार को देखने को मिला। जब पहली ही बरसात में षहर की कई सड़कें व सरकारी कार्यालय तालाब बन गये। कहीं जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी तो कहीं कूड़े से नालियां पटी होने की वजह से सड़कों पर पानी बहा।

दो स्कूलों में मिला जलभराव, एसडीएम ने ईओ को दिये निर्देष

देर रात से रुक-रुककर हो रही बारिष के बाद नगर में जल निकास की व्यवस्था का जायजा लेने एसडीएम महमूदाबाद गुरुवार को भ्रमण पर निकलीं। दो स्कूलों में जलभराव मिलने पर तत्काल ईओ को जलनिकास के प्रबंध करने के निर्देश दिए। ईओ से सफाईकर्मियों की टीम संग जलनिकास व्यवस्था दुरुस्त करवाई। पहली बारिश में नगर में जलभराव की स्थिति देखने के लिए एसडीएम दिव्या ओझा निरीक्षण पर निकलीं। एसडीएम ने रामकुंड चौराहे पर स्थित कन्या प्राथमिक, प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के परिसरों का निरीक्षण में जलभराव मिला।

इसके बाद प्राथमिक विद्यालय मोतीपुर में भी जलभराव मिला। ऐसे में एसडीएम ने तत्काल नगर पालिका ईओ शैलेंद्र दुबे को फोन करके दोनों स्कूलों व शहर के अन्य जलभराव वाले स्थानों से अविलंब जलनिकास की व्यवस्था दुरुस्त करवाने की बात कही। जिस पर ईओ तत्काल करीब दर्जनभर सफाईकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और स्कूलों व अन्य जलभराव वाले स्थानों से जलनिकास करवाई। एसडीएम ने ईओ को निर्देशित किया कि नगर के जलभराव वाले सभी स्थानों को चिन्हित कर जलनिकास के प्रबंध किए जाएं।

लेखपाल कार्यालयों में मोबाइल के सहारे होता रहा कार्य

लेखपाल कार्यालय के बाहर पानी की समस्या तो थी ही, ऐसे में बिजली गुल होने से दिक्कत और बढ़ गई। देर तक कार्य मोबाइल की रोशनी से किये जाते रहे। गांव से आने वाले लोगों के कार्य बाधित रहे।

बाढ़ आपदा राहत के लिए बना कंट्रोल रूम

जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि जनपद मुख्यालय पर बाढ़ आपदा राहत के लिए कंट्रोल रूम सातों दिन 24 घंटे संचालित किया गया है। जिसका दूरभाष नम्बर 05862-242400, 05862-245753 है। उपरोक्त नम्बर पर बाढ़ आपदा राहत एवं बचाव से सम्बंधित कोई भी सूचना दी जा सकती है।

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