कोरोना की दूसरी लहर ने इंडिगो को लगाई तगड़ी चपत, पहली तिमाही में हुआ 3,179 करोड़ रुपए का नुकसान

नई दिल्ली। कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो को चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में 3,179.27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कोविड-19 से संबंधित लॉकडाउन और कई राज्यों द्वारा हवाई यात्रा की कड़ी शर्तों के कारण पहली तिमाही में यात्रियों की …
नई दिल्ली। कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो को चालू वित्त वर्ष की 30 जून को समाप्त पहली तिमाही में 3,179.27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कोविड-19 से संबंधित लॉकडाउन और कई राज्यों द्वारा हवाई यात्रा की कड़ी शर्तों के कारण पहली तिमाही में यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई थी। इस कारण कंपनी का नुकसान 31 मार्च 2021 को समाप्त तिमाही के 1,154 करोड़ रुपये के नुकसान की तुलना में करीब तीन गुणा हो गया।
इंडिगो के निदेशक मंडल की आज हुई बैठक में वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी गई। इसके अनुसार, पहली तिमाही में कंपनी की कुल आमदनी 3,170.06 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही (6,362.14 करोड़ रुपये) के आधे से भी कम है। आमदनी की तुलना में खर्च में उस अनुपात में कमी नहीं आयी। कंपनी का कुल व्यय 6,349.33 करोड़ रुपये रहा।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने पहली तिमाही के कंपनी प्रदर्शन के बारे में कहा “पहली तिमाही के हमारे वित्तीय परिणाम पर कोविड-19 की दूसरी लहर का बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है। मई और जून में यात्रियों की संख्या में तेजी से गिरावट आई। दूसरी लहर के मंद पड़ने के बाद जुलाई और अगस्त की बुकिंग में अब धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।”
कंपनी ने बताया कि उसका बैलेंसशीट काफी मजबूत है। उसके पास 17,068 करोड़ रुपये की नकदी है जिसमें 5,621 करोड़ रुपये की मुक्त नकदी शामिल है। आलोच्य तिमाही में इंडिगो ने एक दिन में सबसे ज्यादा 1,262 उड़ानों का और सबसे कम 318 उड़ानों का परिचालन किया। यह अपने-आप में इस बात का प्रमाण है कि तिमाही के दौरान किस प्रकार अचानक यात्रियों की संख्या में गिरावट आई।