मुरादाबाद : ट्रेनों में नहीं मिल रही सीट, मजबूरी में जुर्माना भुगत रहे रेल यात्री

मुरादाबाद : ट्रेनों में नहीं मिल रही सीट, मजबूरी में जुर्माना भुगत रहे रेल यात्री

मुरादाबाद,अमृत विचार। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित सेवा के ऐलान के बाद सामान्य यात्रियों की दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। अधिकतर ट्रेनों में सीट की मारामारी है। मजबूरन लोग वैध टिकट के अभाव में जुर्माना भरने को मजबूर हैं। मार्च के महीने में ट्रेनों की चेकिंग बढ़ा दी गयी है। रेल प्रबंधन ने …

मुरादाबाद,अमृत विचार। मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित सेवा के ऐलान के बाद सामान्य यात्रियों की दिक्कत दूर नहीं हो पाई है। अधिकतर ट्रेनों में सीट की मारामारी है। मजबूरन लोग वैध टिकट के अभाव में जुर्माना भरने को मजबूर हैं। मार्च के महीने में ट्रेनों की चेकिंग बढ़ा दी गयी है।

रेल प्रबंधन ने त्योहारों के मद्देनजर ट्रेनों में अनारक्षित कोच लगाने का ऐलान किया है। 10 जोड़ी ट्रेनों में यह सुविधा दी गई है। जबकि, त्योहार के मद्देनजर साप्ताहिक और स्पेशल ट्रेनों में ऐसे कोचों की संख्या बढ़ाई गई है, लेकिन पहले से आरक्षि ट्रेनों में लोगों को टिकट नहीं मिल पा रहा है। मजबूरी में यात्री इन ट्रेनों में वैध टिकट के अभाव में सफर कर रहे हैं। जिसमें वाणिज्य विभाग की टीम कार्रवाई कर रही है।

वित्तीय वर्ष के मार्च महीने में जांच का अभियान चल रहा है। स्पेशल स्कवायड ट्रेनों की जांच कर रहा है, जबकि अनारक्षित टिकट लेकर आरक्षित ट्रेन में सफर करने वालों को उसकी मार झेलनी पड़ रही है। सूत्रों की मानें तो जांच में ऐसे यात्री अवैध टिकट पर यात्रा के आरोपी माने जा रहे हैं। जिस वजह से उनको भारी जुर्माना चुकाना पड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर मुरादाबाद-दिल्ली जाने वाली ट्रेन का किराया 50 रुपये है। ट्रेन में सामान्य टिकट का यात्री सवार है तो उसे 250 का जुर्माना भुगतना पड़ रहा है। सामान्य श्रेणी के यात्री और स्थानीय लोगों को कई कठिनाई से जूझना पड़ रहा है। त्योहारी सीजन में ट्रेनें नो रूम हैं। अधिकतर टेनों में लंबी वेटिंग है, इस वजह से पूर्वांचल की ओर जाने वाले यात्री परेशान हैं। होली से यात्रियों की वापसी से ट्रेनों में भारी भीड़ दिख रही है।

लंबी दूरी की ट्रेनों में कंफर्म टिकट ना बाबा ना : सुपरफास्ट सप्तक्रांति एक्सप्रेस में टिकट नहीं मिल रहा है। 22 मार्च को इस ट्रेन में मुरादाबाद से लखनऊ के लिए एसी थर्ड की वेटिंग 17 है, जबकि 23 मार्च को 15 की प्रतीक्षा सूची है। उधर, राजधानी एक्सप्रेस में लखनऊ के लिए किसी कोच में सीट नहीं है। यानी की 23 मार्च तक इस ट्रेन नो रूम है। नई दिल्ली से राजगीर के बीच चलने वाली श्रमजीवी का भी यही हाल है। मंगलवार को एसी थर्ड की वेटिंग 24 है और अगले दिन यानी बुधवार को 15 की वेटिंग है। मुख्य ट्रेन में शामिल हिमगिरि एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास में मंगलवार को लखनऊ के लिए वेटिंग 119 है और 23 मार्च को 48 की प्रतीक्षा है।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : तेजी से बढ़े साइबर बुलिंग के मामले, युवतियों को शिकार बना रहे हैं मनचले