मुरादाबाद : फूफा ने रची थी किशोरी से दुष्कर्म की झूठी कहानी, तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज

मुरादाबाद,अमृत विचार। भोजपुर में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की चर्चित घटना दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। विवेचना में पता चला है कि पीड़िता के फूफा ने गांव की राजनीति में सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी गढ़ी थी। कथित पीड़िता के मां-बाप ने नाबालिग बेटी को मानसिक रोगी बताते हुए दुष्कर्म के आरोपों से जहां …

मुरादाबाद,अमृत विचार। भोजपुर में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की चर्चित घटना दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। विवेचना में पता चला है कि पीड़िता के फूफा ने गांव की राजनीति में सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी गढ़ी थी। कथित पीड़िता के मां-बाप ने नाबालिग बेटी को मानसिक रोगी बताते हुए दुष्कर्म के आरोपों से जहां पल्ला झाड़ लिया, वहीं मेडिकल रिपोर्ट से भी आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई है।

भोजपुर पुलिस ने एक सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म का एक मुकदमा पंजीकृत किया। पुलिस के मुताबिक पीड़िता के फूफा ने तहरीर देकर दावा किया था कि नवमी के मेले से वापस घर लौट रही किशोरी को अगवा करने के बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दुष्कर्म के आरोप में पांच युवकों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग किशोरी का मेडिकल कराया। फिर कोर्ट में उसके कलमबंद बयान भी दर्ज हुए।

मंगलवार को मामले में नए सिरे से तब तूल पकड़ा, जब कथित पीड़िता की नग्न वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। पुलिस को तफ्तीश में पता चला कि कथित पीड़िता मानसिक रूप से बीमार है। मेडिकल रिपोर्ट से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो पाई है। कोर्ट में दर्ज पीड़िता के बयान भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं कर रहे। छानबीन में पुलिस को यह भी पता चला कि उसके फूफा ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए साले की नाबालिग बेटी को मोहरा बना दिया। जिन पांच लोगों को दुष्कर्म का आरोपी बनाया गया, उन आरोपियों व उनके परिजनों से फूफा की राजनीतिक खुन्नस है।

पीड़िता के पिता ने बहनोई समेत तीन पर कराई रिपोर्ट

मंदबुद्धि बेटी का निर्वस्त्र वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने से आहत पिता ने गांव के युवक, अपने बहनोई एवं एक अज्ञात के खिलाफ बेटी को बदनाम करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। ग्रामीण का कहना है कि ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भरतावाला में रहने वाले उसके बहनोई रामऔतार ने अपनी रंजिश निकालने के लिए उसकी मंदबुद्धि बेटी का इस्तेमाल किया। वह बेटी को फुसलाकर घर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के यहां पर ले गया और गैंगरेप का आरोप लगाते हुए मनगढ़ंत केस दर्ज करा दिया। ग्रामीण के अनुसार झूठे मुकदमे की जानकारी होने पर उसने थाने में शपथपत्र और कोर्ट में अपने बयान दर्ज कराकर घटना से इंकार कर दिया है। इस मामले में किशोरी के पिता की तहरीर पर बहनोई रामऔतार और गांव के रईस व एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे की विवेचना इस्लामनगर चौकी प्रभारी मनोज कुमार को सौंपी गई है।

एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना की तफ्तीश जारी है। एक अभियुक्त को जेल भी भेज दिया गया है। मेडिकल रिपोर्ट से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो पाई है। मां-बाप ने भी किशोरी को मानसिक रूप से बीमार बताया है। कोर्ट में दर्ज पीड़िता के बयान से भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हो पा रही। विवेचना जारी है। तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई होगी। राजनीतिक रंजिश में जानबूझकर सामूहिक दुष्कर्म की झूठी कहानी गढ़ने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।

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