लखीमपुर-खीरी: घाघरा नदी ने कैराती पुरवा में शुरू किया कटान, 18 घर नदी में समाए

लखीमपुर-खीरी: घाघरा नदी ने कैराती पुरवा में शुरू किया कटान, 18 घर नदी में समाए

अमृत विचार, धौरहरा/लखीमपुर-खीरी। जिले में नदियों का कहर जारी है। घाघरा, शारदा और मोहाना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। धौरहरा तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी की तबाही जारी है। घाघरा के कटान से कैराती पुरवा के 18 घर नदी में समा गए। नदी कटान करते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है। …

अमृत विचार, धौरहरा/लखीमपुर-खीरी। जिले में नदियों का कहर जारी है। घाघरा, शारदा और मोहाना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। धौरहरा तहसील क्षेत्र में घाघरा नदी की तबाही जारी है। घाघरा के कटान से कैराती पुरवा के 18 घर नदी में समा गए। नदी कटान करते हुए तेजी से आगे बढ़ रही है। इससे कटान के मुहाने पर महादेव पुरवा, बेरिहा पुरवा भी आ गए हैं। इससे ग्रामीण भयभीत हैं।

धौरहरा तहसील क्षेत्र के रमियाबेहड़ ब्लाक व ईसानगर ब्लाक में घाघरा नदी आबादी व कृषि भूमि का कटान कर रही है। बीते कई दिनों से दक्षिण की तरफ के गांवों में हो रहा कटान थमने के बाद अचानक घाघरा नदी ने ईसानगर ब्लाक के कैराती पुरवा के मजरों में कटान शुरू कर दिया है, जिससे गांव में हाहाकार मचा हुआ है। रमियाबेहड़ के रामनगर बगहा के गोड़ियाना गांव के करीब एक दर्जन घर घाघरा नदी के निशाने पर हैं।

रमियाबेहड़ ब्लाक के रामनगर बगहा के मजरा गोड़ियाना में घाघरा नदी कटान करती हुई आगे बढ़ रही है । नदी ने बाढ़ खण्ड द्वारा लगाए गए बम्बू कटर को अपने आगोश में ले लिया है। वह कृषि योग्य भूमि का कटान कर तेजी से आगे बढ़ती जा रही है। घाघरा नदी के निशाने पर गोड़ियाना निवासी राम निवास, बनवारीलाल, राजेश, अयोध्या, भगत, रामलखन, बचनू, अशर्फी के घर सहित गांव में बना धर्मशाला भी आ गया है।

घाघरा की हाहाकारी लहरें कभी भी धर्मशाला सहित ग्रामीणों के खून पसीने की कमाई से बनाए गए घरों को अपने आगोश में ले सकती हैं। ईसानगर ब्लाक में नदी के उस पार बसे कैरातीपुरवा गांव के तीन मजरों में घाघरा नदी तांडव मचाए हुए है । गुरुवार से शुरू हुए कटान ने कैराती पुरवा के मजरा बिलासपुरवा निवासी कल्लू पुत्र रामविलास का प्रधानमंत्री आवास बेरिहनपुरवा में कांशीराम, तुलसी राम, लेखराम, कमला, व छबिरानी का प्रधानमंत्री आवास, कैरातीपुरवा के ही मजरा महादेव पुरवा में अच्छेलाल का प्रधानमंत्री आवास व राम प्रवेश, राधेश्याम, रमेश, रामेश्वर, राम गोपाल, संतोष, राजकुमार, मैकूलाल, रमेश कुमार, गीता देवी, बारेलाल आदि के घरों को अपने आगोश में ले लिया है।

बचे लोग भी अपने खून पसीने की कमाई से बनाए गए घरों को अपने हाथों से तोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं, जबकि घाघरा की उठ रही भयंकर लहरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।वहीं क्षेत्रीय लेखपाल योगेश कुमार भार्गव ने बताया कि गांव में सिर्फ पांच घर कच्चे व दो पक्के घरों का घाघरा नदी ने कटान किया है, जिनको अहेतुक सहायता राशि दिलवाने के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है।

घाघरा नदी ने ईसानगर ब्लाक के कैरातीपुरवा के तीन मजरों में कटान करना शुरू कर दिया है, जिसकी रिपोर्ट बाढ़ खण्ड को भेजकर वहां पर बचाव कार्य करवाने के निर्देश दिए गए हैं । प्रभावित लोगों के नुक़सान का आकलन करवाया जा रहा है—धीरेंद्र सिंह एसडीएम धौरहरा।

घाघरा नदी ने कैराती पुरवा में कटान शुरू किया था, जिसका निरीक्षण किया गया है। जंगल, झांड़ी आदि डलवाकर नदी की धारा मोड़ने का प्रयास किया जाएगा—एचआर वर्मा एई, बाढ़ खण्ड शारदा नगर।

स्थिर हुआ गांवों के चारों तरफ भरा मोहाना का पानी
पहाड़ों पर तीन दिन पहले हुई भारी के कारण भारत नेपाल सीमा पर बह रही मोहाना नदी उफान पर आ गई थी। इससे नदी का पानी कोतवाली तिकुनिया क्षेत्र में नेपाल सीमा पर स्थित नया पिंड, चोगुर्जी आदि गांवों के चारों तरफ पानी भर गया था। रास्तों पर पानी भरने से लोगों का आवागमन अवरुद्ध हो गया था। नया पिंड निवासी राजाराम, नरेश कुमार, सुखदेव सिंह, अमर सिंह आदि ने बताया की नदी का पानी स्थिर होने से पानी गांवों के चारों तरफ भरा हुआ है। शाम को कुछ पानी कम भी हुआ है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

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