प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में पहली बार शमिल होगा देशी ब्रीड का डॉग, जानें खासियत

प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में पहली बार शमिल होगा देशी ब्रीड का डॉग, जानें खासियत

नई दिल्ली: देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबुत होती है कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करती है। दरअसल, पीएम को SPG के जवान 24 घंटे सुरक्षा में तैनात रहते हैं। लेकिन इस बीच अपनी वफादारी और उम्दा शिकारी करने के …

नई दिल्ली: देश में प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबुत होती है कि कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में सरकार हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च करती है। दरअसल, पीएम को SPG के जवान 24 घंटे सुरक्षा में तैनात रहते हैं। लेकिन इस बीच अपनी वफादारी और उम्दा शिकारी करने के लिए देशी नस्ल के मशहूर ‘मुधोल हाउंड’ डॉग्स को पीएम की हिफाजत के विशेष सुरक्षा दस्ते में शामिल किया गया है। मुधोल हाउंड पहले से भारतीय वायु सेना और अन्य सरकारी विभागों में सेवा कर रहा है।

लंबी दूरी तक दौड़ने की क्षमता
लंबे, दुबले पतले मुधोल कुत्तों में लंबी दूरी तक दौड़ने की क्षमता होती है। वहीं सूंघने की क्षमता जर्बदस्त है। करीब 3 किलोमीटर दूरी से किसी भी चीज को सूंघ सकते है। देशी नस्ल का यह कुत्ता करीब 50 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ जाता है। इसका वजन करीब 22 किलो तक रहता है। कर्नाटक के देसी नस्ल के मशहूर मुधोल हाउंड कुत्तें के दो बच्चें को PM मोदी के विशेष सुरक्षा दस्ते में जगह मिली है। इसकी नजरें खतरनाक होती है, इनके नजरों से बचना मुश्किल हो जाता है। बढ़िया लुक होने के कारण इसकी डिमांड भी खूब है। यह अपने मालिकों के प्रति बहुत वफादार माना जाता है।

ट्रेनिंग के बाद किया जाएगा शमिल
यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए मुधोल हाउंड को शामिल किया गया है। मुधोल हाउंड अब पीएम की सुरक्षा के लिए SPG के दस्ते में अपनी अहम भूमिका में नजर आएगा। पीएम मोदी कि सुरक्षा के लिए चुना गया मुधोल हाउंड अभी छोटा है जिसको चार महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद टीम में शामिल कर लिया जाएगा।

मुधोल हाउंड की खासियत
मुधोल हाउंड की खासियत इसकी नजर है। आमतौर पर कुत्तों की नजर कमजोर होती है। वे अपनी सूंघने और सुनने की क्षमता के चलते चपलता दिखाते हैं लेकिन मुधोल हाउंड की नजरें काफी तेज बताई जाती हैं। ये अपने शिकार को दूर से सूंघने के साथ ही देख भी लेता है।

कैसी होती है पीएम की सुरक्षा
प्रधानमंत्री के चारों ओर पहला सुरक्षा घेरा एसपीजी जवानों का होता, लेकिन उसके बाद के तीन घेरे जिला प्रशासन के जिम्मे होता है। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अलग-अलग घेरों के तहत एक हजार से ज्यादा कमांडो तैनात रहते हैं। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगे एसपीजी जवानों को अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की गाइडलाइंस के मुताबिक ट्रेनिंग दी जाती है। इनके पास एमएनएफ-2000 असॉल्ट राइफल, ऑटोमेटिक गन और 17 एम रिवॉल्वर जैसे मॉडर्न हथियार होते हैं।

ये भी पढ़ें- शराब घोटाला: CBI ने 5 लोगों के खिलाफ दर्ज की FIR, मनीष सिसोदिया को बनाया आरोपी नंबर 1