बरेली: निगम में शामिल होने को सड़क पर आए महानगर कॉलोनी के लोग, निकाला कैंडल मार्च

बरेली: निगम में शामिल होने को सड़क पर आए महानगर कॉलोनी के लोग, निकाला कैंडल मार्च

बरेली, अमृत विचार। शहर की पॉश कॉलोनी में लाखों रुपये का मकान लेने वाले महानगर कॉलोनी के लोगों का दर्द है कि शहर में होते हुए भी वे बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शहर में विकास कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन यह क्षेत्र निगम में शामिल नहीं है। जिला पंचायत …

बरेली, अमृत विचार। शहर की पॉश कॉलोनी में लाखों रुपये का मकान लेने वाले महानगर कॉलोनी के लोगों का दर्द है कि शहर में होते हुए भी वे बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शहर में विकास कराने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन यह क्षेत्र निगम में शामिल नहीं है। जिला पंचायत में शामिल है तो जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीतने के बाद यहां कभी आई नहीं। ऐसे में जिला पंचायत पर भरोसा नहीं कर अब नगर निगम पर भरोसा करने को यहां के लोग मजबूर हैं।

कालोनी के लोग चाहते हैं कि उन्हें नगर निगम में शामिल किया जाए। वे यहां हर महीने मेंटीनेंस के नाम पर रुपये जमा करते हैं। प्रधान पति इन रुपयों का कभी हिसाब भी नहीं दे पाए और विकास कार्य भी नहीं कराए हैं। बरसात में सड़कें पानी में डूबी रहती हैं। पानी की टंकी 20 साल से साफ नहीं हुई है। सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। स्ट्रीट लाइट का बकाया चल रहा है। हर माह रुपये देने के बाद भी कोई सफाई कर्मी नहीं आता है।

सड़कें बदहाल हैं। नगर निगम में शामिल होने के लिए रविवार को महानगर कालोनी के लोगों ने फौव्वारा चौराहे से मुख्य सड़क तक कैंडल मार्च निकाला। पीलीभीत रोड पर जाम लगाकर जिला पंचायत पर विकास कार्य न कराने का आरोप लगाया। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि बिल्डर कालोनी बेचकर फरार है। यहां के मेंटीनेंस का जिम्मा धौरेरा माफी गांव की प्रधान पर है। मेंटीनेंस के एकत्र रुपये का कुछ हिस्सा बिल्डर को आज तक जा रहा है।

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