बरेली: इंजीनियर बिहार तो टेक्नीशियन चले गए शाहजहांपुर, ई-बस धमाके की जांच ठप

बरेली: इंजीनियर बिहार तो टेक्नीशियन चले गए शाहजहांपुर, ई-बस धमाके की जांच ठप

बरेली, अमृत विचार। करीब डेढ़ माह पूर्व ई-बस में हुए धमाके की जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। धमाका किस वजह से हुआ था यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं, हादसे में घायल हुए इंजीनियर, टेक्नीशियन के डिस्चार्ज होकर घर चले जाने से अब कमेटी की जांच रुक गई है। अभी …

बरेली, अमृत विचार। करीब डेढ़ माह पूर्व ई-बस में हुए धमाके की जांच अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। धमाका किस वजह से हुआ था यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। वहीं, हादसे में घायल हुए इंजीनियर, टेक्नीशियन के डिस्चार्ज होकर घर चले जाने से अब कमेटी की जांच रुक गई है। अभी कितना समय लगेगा, यह भी कह पाना संभव नहीं है।

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22 सितंबर काे स्वालेनगर में ई- बस चार्जिंग स्टेशन पर मरम्मत करते समय एसी का कंप्रेशर फटने से अशोक विहार निवासी मैकेनिक विजय की मौत हो गई थी। टेक्नीशियन नरेंद्र, सर्विस इंजीनियर बबलू घायल हो गए थे। इस मामले में डीएम ने जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन कर 30 सितंबर तक रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन जांच पूरी नहीं होने से कमेटी ने समयावधि बढ़ाने की अनुमति ले ली थी।

कमेटी के अध्यक्ष नगर मजिस्ट्रेट सदस्यों के साथ मौके की जांच कर चुके हैं। बस का टेक्निकल मुआयना पूरा हो चुका है। इस मामले में ई -बस कंपनी के महाप्रबंधक गौरव सूद, निदेशक दीपेश द्विवेदी, वाइस प्रेसीडेंट कंचन कालरा के बयान भी दर्ज हो चुके हैं, लेकिन जांच अभी अधूरी है। दरअसल धमाके में घायल हुए इंजीनियर बबलू बिहार और टेक्नीशियन नरेंद्र शाहजहांपुर अस्पताल में से छुट्टी के बाद चले गए हैं। इसलिए जांच पूरी नहीं पाई है। शुरुआती दौर में दोनों के घायलावस्था में होने की वजह से बयान नहीं हो सके थे। अब दोनों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है।

सुस्त जांच ने खड़े किए कई सवाल
ई-बस में धमाका होता है…एक जान चली गई। दो ने जिंदगी और मौत के बीच लंबे समय तक जंग लड़ी। इस लड़ाई में दोनों ने आखिरकार जिंदगी की जंग जीत ली, लेकिन सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर जांच पूरी करने में जिम्मेदारों ने इतना लंबा समय क्यों लगा दिया, धमाके में जान गंवाने वाले मैकेनिक के परिवार को भी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। वह भी जानना चाह रहा है कि आखिर किस वजह से धमाका हुआ। वहीं, जिम्मेदार कभी समय का अभाव, कभी और कोई वजह तो कभी इंजीनियर, टेक्नीशियन के चले जाने की वजह बताकर जांच पूरी नहीं होने का हवाला दे रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जांच आखिर पूरी कब होगी…?

डिपो से जानकारी करने पर पता चला कि इलाज के बाद डिस्चार्ज होकर इंजीनियर, टेक्नीशियन अपने-अपने घर चले गए हैं। दोनों के बयान नहीं होने से जांच पूरी नहीं हो पाई है। नोटिस भेजकर बयान के लिए बुलाया जाएगाराकेश गुप्ता, सिटी मजिस्ट्रेट/जांच समिति अध्यक्ष।

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