हल्द्वानी: कोरोना काल में ई संजीवनी एप के जरिए लोगों को मिल रही संजीवनी

हल्द्वानी, अमृत विचार। कोरोना महामारी के दौर में अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को घर बैठे चिकित्सीय परामर्श दिया जा रहा है। इसके लिए शासन की ओर से ई संजीवनी एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। एप के जरिए लोगों को निशुल्क चिकित्सीय विशेषज्ञों द्वारा रोगों से संबंधित परामर्श …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कोरोना महामारी के दौर में अन्य बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को घर बैठे चिकित्सीय परामर्श दिया जा रहा है। इसके लिए शासन की ओर से ई संजीवनी एप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। एप के जरिए लोगों को निशुल्क चिकित्सीय विशेषज्ञों द्वारा रोगों से संबंधित परामर्श दिया जा रहा है। वर्तमान आपदा के दौर में लोगों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विडियो जारी कर लोगों को एप का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की अपील की जा रही है।
यह है ई संजीवनी एप की खासियत
एप के जरिए लोगों को अन्य बीमारियों के अलावा कोरोना संक्रमण की आशंका होने पर भी परामर्श दिया जा रहा है। इसमें सरकारी अस्पतालों सहित निजी अस्पतालों के 12विशेषज्ञों द्वारा भी आसानी से सलाह ली जा सकती है। एप में यह सुविधा भी दी गई की लोग चिकित्सकों से वर्चुअल ओपीडी के तहत 9412080622 वॉइस या वीडियो कॉल के जरिए डॉक्टर से सीधे बात कर अपनी समस्या के बारे में बता सकते हैं। इसके अलावा 104 फ्री हेल्पलाइन पर भी लाभ ले सकते हैं। एप का उपयोग करने के लिए इसके वेब पोर्टल के जरिए भी आसानी से लाभ लिया जा सकता है। वर्चुअल ओपीडी का लाभ लेने के लिए सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक चिकित्सक उपलब्ध रहेंगे।
एप का लाभ लेने के लिए यह है आसान प्रक्रिया
सबसे पहले एप डाउनलोड कर अपना मोबाइल नबंर वेरिफाईड कराना होगा। नंबर रजिस्टर करने के बाद टोकन जारी किया जाएगा। इसकेबाद नोटिफिकेशन मिलने पर लाभ लेने के लिए लॉगिन किया जा सकता है। इस प्रक्रिया के बाद कुछ देर में नंबर आने पर अपनी संमस्या बताने पर ई प्रीस्क्रिप्शन डाउनलोड का विकल्प दिया जाएगा, जिसके बाद आप चिकित्सक द्वारा दिए गए सुझाव व दवाओं का लेकर घर बैठे ही अपना उपचार कर सकते हैं।
यह एप पिछली बार कोरोना काल में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की मंशा से संचालित किया गया था। साधारण मरीजों के अलावा घर में उपचार कराने वाले ज्यादातर लोग इस एप का उपयोग कर रहे हैं और इसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं।
– डॉ. रश्मि पंत, एसीएमओ