बागेश्वर: चिकित्सक नहीं लिखते जन औषधि केंद्र की दवा

बागेश्वर, अमृत विचार। जिला चिकित्सालय बागेश्वर में गरीबों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए बने जन औषधि केंद्र में प्रमुख बीमारी की दवाइयां उपलब्ध हैं परंतु कुछ चिकित्सकों द्वारा इसे न लिखने के कारण दवाइयां कालातीत होने को हैं। जिलाधिकारी व सीएमओ के साल्ट नाम लिखने के आदेश का भी पालन नहीं हो रहा …
बागेश्वर, अमृत विचार। जिला चिकित्सालय बागेश्वर में गरीबों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए बने जन औषधि केंद्र में प्रमुख बीमारी की दवाइयां उपलब्ध हैं परंतु कुछ चिकित्सकों द्वारा इसे न लिखने के कारण दवाइयां कालातीत होने को हैं। जिलाधिकारी व सीएमओ के साल्ट नाम लिखने के आदेश का भी पालन नहीं हो रहा है।
जिससे केंद्र कभी भी बंद हो सकता है। गरीब जनता को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सालय परिसर में जन औषधि केंद्र की स्थापना की गई। केंद्र संचालन के लिए जिलाधिकारी विनीत
कुमार ने गत दिनों चिकित्सकों को मरीज को साल्ट नाम लिखने के आदेश दिए थे। इसके लिए एक प्रशासनिक कमेटी का गठन भी किया गया। इसके बाद भीे चिकित्सक जिलाधिकारी के आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं तथा मरीजों को बाहर से ब्रांडेड नाम की दवा ही लिख रहे हैं। जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने का सपना साकार हो रहा है।
एक ही कंपनी की अधिक लिखी जाती है दवा
जिला चिकित्सालय के कुछ चिकित्सक मरीजों को जनरिक नाम के बजाय एक विशेष कंपनी की दवा अधिक लिखते हैं। मरीज के पर्चे में लिखी दवा बाजार से खरीदने पर यदि कंपनी का नाम देखा जाय तो 90 फीसदी पर्चे में एक विशेष कंपनी की दवा लिखी जाती है जबकि यह दवा केंद्र में लगभग 40 से 70 फीसदी कम कीमत में उपलब्ध है।
केंद्र में ये दवाएं कम कीमत में हुई उपलब्ध
ब्लड प्रेशर, शुगर, बुखार, विभिन्न प्रकार के टानिक, बच्चों के लिए विभिन्न टानिक, सिगरेट छुड़ाने के लिए चुइंगम, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड, मिनरल वाटर, दर्द निवारक स्प्रे, बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए प्रोटीन आदि पोषक तत्व।
जन औषधि केंद्र की दवाइयां लिखने के लिए पूर्व में चिकित्सकों को आदेश दिए गए हैं। इस संबंध में यदि लापरवाही बरती गई तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा -योगेंद्र सिंह उपजिलाधिकारी