मुरादाबाद: एमडीए के क्षेत्र में बिना मानक के बनाई जा रहीं है कालोनियां

मुरादाबाद , अमृत विचार। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ने अवैध निर्माण के खिलाफ सख्ती से आदेश जारी किए है। एमडीए सचिव भी लगातार अवैध निर्माण पर ही फोकस कर रहे है, लेकिन वीसी व सचिव की सख्ती के बाद भी एमडीए के अफसर हरकत में नहीं आ रहे है। जिसके चलते एमडीए के क्षेत्र …
मुरादाबाद , अमृत विचार। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ने अवैध निर्माण के खिलाफ सख्ती से आदेश जारी किए है। एमडीए सचिव भी लगातार अवैध निर्माण पर ही फोकस कर रहे है, लेकिन वीसी व सचिव की सख्ती के बाद भी एमडीए के अफसर हरकत में नहीं आ रहे है। जिसके चलते एमडीए के क्षेत्र में छोटे-छोटे प्रापर्टी डीलर अवैध कालोनियों का निर्माण कर जनता को लूटने का काम कर रहे है।
सूत्रों की माने तो अवैध कालोनियां बनाने वाले प्रापर्टी डीलर एमडीए के अफसरों की मिली भगत से चांदी काट रहे है।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की अनदेखी के चलते इन दिनों शहर के कई इलाकों में अवैध कालोनियों की बाढ़ आई हुई है। दिल्ली रोड, सम्भल रोड, कांठ रोड और रामुपर रोड समेत शहर के कई इलाकों में छोटे-छोटे प्रापर्टी डीलर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की अनुमति के बिना ही अवैध कालोनियों को बनाकर भोली-भाली जनता को ठगने का काम कर रहे हैं।
अवैध कालोनाइजर्स द्वारा प्रलोभन देकर अपने मीडिएटर को गांव-गांव भेजा जाता है और ग्रामीणों को लालच दिया जाता है कि उनको शहर के आसपास सस्ते दामों में प्लाट मिल जाएगा। इसके बाद मीडिएटर के जाल में फंसे प्लाट खरीदार को कृषि योग्य भूमि का बैनामा करा दिया जाता है। जब प्लाट खरीदने वाला अपना प्लाट बनाने पहुंचता है, तब वहां पर प्राधिकरण के चपरासी से लेकर जेई व इंजीनियर तक पहुंच जाते हैं। फिर शुरू हो जाता है, उस व्यक्ति से पैसे ठगने का खेल।
मुरादाबाद में कई जगह छोटे-छोटे प्रापर्टी डीलर की इन दिनों चांदी कट रही है। प्रापर्टी डीलर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के चंद मीडिएटर से मिलकर कालोनियों को बसाने का काम कर रहे हैं। प्लाटिंग के समय बड़ा सा नक्शा दिखा कर भोली भाली जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। थाना मझोला के लाकड़ी फाजलपुर, गागन वाली मैनाठेर, धीमरी, ताजपुर माफी, काशीपुर रोड, रामपुर रोड और पंडित नगला बाईपास समेत कई जगह है, जहां पर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की सैकड़ों बीघा भूमि पर कालोनियों को बसाया जा चुका है।
यही हाल अंदर शहर का है, जहां पर कालोनियों के नाम पर एमडीए को तो ठेंगा दिखाया जा रहा है। यहां भी भोली भाली जनता को ठगने का काम किया जा रहा है। दस से 15 बीघा जमीन में प्रापर्टी डीलर 50 से100 गज के प्लाट बनाकर भोले-भाले ग्रामीणों को लूटने का काम कर रहे हैं। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के संबंधित अधिकारियों द्वारा भूमि पर लोडिंग करने वाले इन प्रापर्टी डीलरों को कुछ नहीं कहा जाता है। लेकिन जब प्लाट खरीदने वाला प्लाट पर भवन निर्माण कराने जाता है, तभी उस पर नोटिस का खेल किया जाता है।
मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के आला अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर यह भूमाफिया सरकार को भी चूना लगाने का काम कर रहे हैं, लेकिन एमडीए वीसी द्वारा अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त आदेशों के बाद भी एमडीए के अफसर हरकत में नहीं आ रहे है। सूत्रों की माने तो एमडीए के कर्मचारी व अन्य अफसर अपनी सेटिंग के चक्कर में ऐसे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं करते है।अमृत विचार
यह है एमडीए के मानक
1- 50 गज से ज्यादा की जगह का नक्शा पास कराना होता है।
2- मकान के आगे पेड़ लगाने की जगह होनी चाहिए।
3- सीवर लाइन जाने के लिए जगह छोड़नी होती है।
4- मकान की हाइट तय करानी पड़ती है।
इसके अलावा कई ऐसे मानक है, जिनकों पूरा न किए निर्माण कराना अवैध माना जाता है, लेकिन शहर में लगातार कराए जा रहे निर्माण में ऐसा कोई भी मानक पूरा नहीं किया जा रहा है।
अवैध निर्माण व मानकों के विरुध निर्माण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। जहां भी अवैध निर्माण की शिकायत मिलती है तो तुरंत ही टीम भेजकर उसे ध्वस्त कराया जाता है। शहर में कही भी अवैध निर्माण नहीं होने दिया जायेगा। -यशु रुस्तगी, एमडीए उपाध्यक्ष