Sambhal News : जामा मस्जिद पर रेलिंग लगाने व मारपीट में कोर्ट में पेश हुए जफर अली
संभल हिंसा मामले में गिरफ़्तारी के बाद से मुरादाबाद जिला कारागार में बंद हैं जफर अली

संभल, अमृत विचार। संभल हिंसा मामले में गिरफ्तारी के बाद मुरादाबाद जिला कारागार में निऱद्ध जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली को मंगलवार को जामा मस्जिद में बिना अनुमति रेलिंग लगाने व एक व्यक्ति के साथ मारपीट के पुराने मुकदमों को लेकर संभल की अदालत में पेश किया गया। इस दौरान कचहरी परिसर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहे।
संभल में जामा मस्जिद में सर्वे की कार्रवाई के दौरान 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने जामा मस्जिद कमेटी सदर जफर अली को 23 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से जफर अली मुरादाबाद की जिला कारागार में बंद हैं। मंगलवार को जफर अली को सिविल जज संभल की अदालत में दो पुराने मुकदमों को लेकर पेशी पर लाया गया। संभल में जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर पुरातत्व विभाग की बिना अनुमति के रेलिंग लगाने के मामले में भी जामा मस्जिद सदर ज़फर अली के खिलाफ 6 साल पहले 2018 में पुरातत्व विभाग ने मुकदमा दर्ज कराया था। इस मुकदमे में पुलिस ने मस्जिद कमेटी के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी।
चार्जशीट में पुलिस ने कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका जताते हुए मस्जिद कमेटी के लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो पाने की बात कही थी। अब संभल हिंसा मामले में जामा मस्जिद कमेटी सदर जफर अली की गिरफ्तारी हुई तो इस पुराने मामले में भी अदालत की कार्रवाई शुरू हो गई है। वहीं दूसरा मामला जफर अली के खिलाफ 3 अप्रैल 2020 को मौलाना मुईन अशरफ ने दर्ज कराया था। जफर अली पर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में भी पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की थी। यह दोनों मामले सिविल जज संभल के न्यायालय में विचाराधीन हैं इसलिए जफर अली को मंगलवार को इन दोनों मुकदमों में अदालत के सामने पेश किया गया।
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