लखनऊ: डॉक्टर ने शराब पीकर किया हर्निया का ऑपरेशन, मरीज की मौत, परिजनों ने कार्रवाई की मांग करते हुए शव रख कर किया प्रदर्शन

लखनऊ: डॉक्टर ने शराब पीकर किया हर्निया का ऑपरेशन, मरीज की मौत, परिजनों ने कार्रवाई की मांग करते हुए शव रख कर किया प्रदर्शन

पीजीआई/लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में हर्निया के ऑपरेशन के दो दिन बाद मरीज की मौत हो गई। नाराज परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने शराब पी रखी थी। ऑपरेशन में लापरवाही से मरीज की जान चली गई। आरोप है कि मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने दूसरे रास्ते से शव बाहर निकाल दिया। 

सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आगे की कार्रवाई के लिए सीएमओ को पत्र भेजा है। बिजनौर थाना क्षेत्र के माती स्थित गांधी नगर निवासी सपेरा मनोज नाथ को पेट दर्द की शिकायत थी। पत्नी सोना देवी ने बताया कि उनको 31 मार्च को पीजीआई क्षेत्र के साउथ सिटी स्थित कॉर्पस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने जांचे कराने के बाद ऑपरेशन करने को कहा। 

आरोप है 2 अप्रैल को ऑपरेशन करने जो डॉक्टर आया था वह नशे में था। डॉक्टर के नशे में होने का विरोध करने पर अस्पताल प्रशासन ने डांट फटकार कर परिजनों को शांत करा दिया था। आरोप है कि ऑपरेशन के बाद मनोज की हालत बिगड़ गई थी, लेकिन अस्पताल वाले न ही उनसे मिलने दे रहे थे और न ही कोई बात बता रहे थे।

पत्नी सोना का आरोप है कि शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे परिजन बाहर थे। उन्हें बताया गया कि मनोज का आईसीयू में इलाज चल रहा है। थोड़ी देर बाद एक शव पीछे वाले गेट से स्ट्रेचर पर लादकर बाहर लाया गया और एंबुलेंस में रखने की तैयारी की जाने लगी। इसी बीच परिवार के लोगों ने शव पर पड़ी चादर देखकर पहचान लिया और दौड़कर स्ट्रेचर के पास पहुंच गए।

 भतीजे परमेंद्र के अनुसार परिजन ने कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की तो थाने जाकर नाराजगी जताई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद गांव के पास अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

रिपोर्ट दर्ज न होने पर परिजन ने धरना देने की चेतावनी दी है। मृतक के तीन बेटियों व दो बेटे हैं। इंस्पेक्टर पीजीआई धीरेंद्र सिंह ने बताया कि पत्नी की तहरीर पर प्राथमिक जांच की रिपोर्ट सीएमओ को भेजी जा रही है, पीएम रिपोर्ट और सीएमओ की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल प्रशासन का दावा हार्ट अटैक से हुई मौत

कॉर्पस अस्पताल के जिम्मेदार आदर्श मिश्रा ने बताया कि मरीज का आयुष्मान कार्ड से ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन सफल था और शुक्रवार को उसे डिस्चार्ज करना था लेकिन सुबह से ही उसका बीपी लो था। मरीज जैसे ही बाथरूम कर वापस लौटा तो उसकी सांस फूलने लगी और इसी दौरान हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गयी।

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