कासगंज: 11 माह बाद भी नहीं मिले ड्राइविंग लाइसेंस, आवेदक भटकने को मजबूर

कासगंज: 11 माह बाद भी नहीं मिले ड्राइविंग लाइसेंस, आवेदक भटकने को मजबूर

आर्येंद्र सिंह, अमृत विचार: कासगंज में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले बड़ी संख्या में आवेदक लंबे समय से भटक रहे हैं। अप्रैल 2023 में आवेदन करने वालों को 11 महीने बाद भी लाइसेंस नहीं मिले हैं, जिससे वे परेशान होकर एआरटीओ कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। जिले के करीब 6,500 लाइसेंस लखनऊ में लंबित हैं। लखनऊ की कार्यदायी संस्था समय पर लाइसेंस भेजने में नाकाम साबित हो रही है।

लाइसेंस प्रक्रिया में देरी से आवेदकों की बढ़ी परेशानी
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदक पहले ऑनलाइन आवेदन करता है और फिर सहज जन सेवा केंद्र या मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन स्लॉट बुक करता है। निर्धारित तिथि पर उसे सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) कार्यालय में दस्तावेजों की जांच (स्क्रूटनी) करानी होती है और ड्राइविंग टेस्ट देना पड़ता है।

टेस्ट पास करने के बाद जिले से एक सप्ताह के भीतर लाइसेंस अप्रूव किया जाना चाहिए, जिसके बाद यह परिवहन विभाग के मुख्यालय की स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड प्रिंटिंग प्रेस भेजा जाता है। वहां से 15 दिनों के भीतर लाइसेंस प्रिंट होकर आवेदक के पते पर डाक द्वारा भेजा जाता है।

लेकिन अप्रूवल में देरी, कर्मचारियों की कमी और डेटा फीडिंग में समस्याओं के कारण एक अप्रैल 2023 से 3 मार्च 2024 तक 6,500 लाइसेंस लंबित हैं। इस कारण आवेदक एआरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

एआरटीओ बोले- जल्द मिलेंगे लाइसेंस
एआरटीओ आर.पी. मिश्रा ने बताया कि पूरे प्रदेश में मुख्यालय से ही लाइसेंस जारी किए जाते हैं। एक ही जगह पर प्रदेशभर का भार होने से प्रक्रिया में देरी हो रही है। हालांकि, धीरे-धीरे सभी आवेदकों तक लाइसेंस पहुंच जाएंगे।

अप्रूवल के बाद मोबाइल पर आता है मैसेज
यदि किसी आवेदक को लखनऊ से स्थायी लाइसेंस नहीं मिला है तो उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है। टेस्ट पास करने के बाद आवेदक के मोबाइल पर रिजल्ट की जानकारी और लाइसेंस नंबर का मैसेज आ जाता है। इसे सेव कर वाहन चलाते समय जरूरत पड़ने पर दिखाया जा सकता है। यह मैसेज वाहन चलाने के लिए मान्य होता है, लेकिन प्रिंटेड लाइसेंस लखनऊ से ही जारी होगा।

एक नजर में-
- कुल लाइसेंस: 1,22,000
- स्थायी लाइसेंस: 1,12,000
- कॉमर्शियल लाइसेंस: 13,117
- लंबित लाइसेंस: 6,500

लखनऊ में स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड संस्था द्वारा प्रिंट निकाल कर डाक द्वारा लाइसेंस भेजने की जिम्मेदारी की जा रही है, काफी संख्या में अप्रैल माह से लाइसेंस लंबित पड़े हुए हैं, अब कार्यदायी संस्था द्वारा लाइसेंस को भेजने को कार्य जोरशोर से किया जा रहे हैं, लंबित पड़े लाइसेंस भी जल्द भेज दिए जायेंगे- आरपी मिश्रा, एआरटीओ।

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