यूरोप के हथियारों की बिक्री को बढ़ावा देना चाहता है अमेरिका, Tino Chrupalla बोले-जर्मन रक्षा मंत्री चूहेदानी में हैं

वाशिंगटन। जर्मनी की दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) पार्टी सीधी रुस-अमेरिका वार्ता का स्वागत करती है लेकिन इस बात को भी महत्वपूर्ण मानती है कि वाशिंगटन यूरोप के रक्षा खर्च के साथ-साथ अमेरिकी हथियारों की खरीद भी बढ़ाना चाहता है। आरआईए नोवोस्ती ने एएफडी के सह-अध्यक्ष टीनो क्रुपला के हवाले से यह जानकारी दी।
एएफडी के सह-अध्यक्ष टीनो क्रुपला ने कहा, हम तीन साल से कूटनीति के माध्यम से शांति की मांग कर रहे हैं। यही कारण है कि इस तरह का मेल-मिलाप हमारी स्थिति की पुष्टि करता है, और हम इसे मंजूरी के साथ स्वीकार करते हैं। हालांकि, यह ध्यान में रखना चाहिए कि अमेरिकी अपने हित साध रहे हैं। आखिरकार, वे चाहते हैं कि हम किसी भी तरह अपना सैन्य खर्च बढ़ाएं और मुख्य रूप से अमेरिका से हथियार खरीदें।
रूसी-अमेरिका संपर्कों के तथ्य का स्वागत करते हुए राजनेता ने कहा कि यदि दोनों पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग के लिए किसी समझौते पर पहुंचते हैं, तो जर्मनी और पश्चिमी यूरोप को नुकसान हो सकता है क्योंकि वे बातचीत की मेज पर मौजूद नहीं हैं। क्रुपला ने कहा,जब जर्मन रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस कहते हैं कि हम बिल्ली की मेज पर नहीं बैठना चाहते हैं, तो मुझे हंसी आती है, वे इस तरह की मेज पर भी नहीं बैठ रहे हैं और वे चूहेदानी में हैं।
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