Barabanki News : नई कंपनी के ऐलान के विरोध में टोलकर्मियों का हंगामा

ठेका बदला तो किया वेतन घटाने, ड्यूटी टाइम बढ़ाने का ऐलान, श्रमायुक्त से बात पर बनी सहमति, शैक्षिक प्रमाण पत्र देंगे कर्मी
Barabanki, Amrit Vichaar : बहराइच हाईवे पर शहाबपुर टोल प्लाजा का टेंडर बदलते ही कर्मियों के प्रति व्यवहार बदल गया। नई कंपनी ने वेतन घटाने के साथ ही नाश्ते का खर्च न देने का ऐलान कर दिया। निकाले जाने की चेतावनी से भड़के कर्मियों ने एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि सहायक श्रमायुक्त व पुलिस की मौजूदगी में सहमति बनने के बाद मामला शांत हुआ।
बता दें कि शहाबपुर स्थित टोल प्लाजा का ठेका अब तक कोरल एसोशियट कंपनी के नाम से था लेकिन बुधवार से ठेका शिवचंद्रा त्रिपाठी प्राइवेट कंपनी को दे दिया गया। नई कंपनी को टोल की जिम्मेदारी मिलते ही मैनेजर ने पहले से तैनात करीब 25 टोल कर्मचारियों का वेतन कम करने व ड्यूटी के समय चाय नास्ता तथा भोजन न देने का ऐलान किया। वहीं नई कम्पनी के आदेश को न मानने पर नौकरी से निकालने की बात पर टोल के कर्मचारी विरोध पर उतर आए। उनका कहना है कि पहले सुपरवाइजरो को 13 हजार व टोल कलेक्शन वालो को साढ़े दस हजार रुपये मासिक वेतन साथ ही चाय नाश्ता एव भोजन मिलता रहा, अब नई कंपनी ने वेतन घटाकर सात से आठ हजार रुपये और ड्यूटी 12 घंटे कर दी।
गुरुवार को इस ऐलान के विरोध मे हंगामा कर रहे टोल कर्मियों की सूचना पर असिस्टेंट लेबर कमिशनर मयंक सिंह भी पहुंचे और कर्मी सुरेंद्र प्रताप सिंह, दीपक सिंह, शिवम वर्मा, रौनक सिंह, अवधेश कुमार वर्मा, कुलदीप, सुधा वर्मा, सबाना, ममता, काजल रावत, पूजा पाठक, अर्चना के साथ ही टोल प्लाजा मैनेजर मोहित नागपाल से बात की। बात के बाद सभी टोल कर्मियों के शैक्षिक प्रमाण पत्र जमा कराने पर सहमति बनी। मैनेजर मोहित नागपाल का कहना है कि टोल प्लाजा अभी तक हैंडओवर भी नही हुआ है और न ही कर्मचारियों को निकाला नही जा रहा। सभी कर्मचारियों से उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र मांगे गये है।
यह भी पढ़ें- Rehmankheda : 85 दिनों से बाघ वन्यकर्मियों से खेल रहा लुकाछिपी, 23 वां शिकार करने के बाद वन्यजीव फिर से लापता