टौंस स्कूल में छह दिन नहीं पहुंचा कोई शिक्षक, बच्चे आए और गए: कानपुर में DM के औचक निरीक्षण में खुली पोल...इनको लगाई फटकार

 टौंस स्कूल में छह दिन नहीं पहुंचा कोई शिक्षक, बच्चे आए और गए: कानपुर में DM के औचक निरीक्षण में खुली पोल...इनको लगाई फटकार

कानपुर, अमृत विचार। नर्वल के प्राथमिक विद्यालय टौंस में छह दिन कोई शिक्षक नहीं पहुंचा। बच्चे आए और चले गए। सातवें दिन एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई गई। विद्यालय के औचक निरीक्षण में यह स्थितियां जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के सामने आईं तो वह हैरान रह गए। एबीएसए व बीएसए से नाराजगी जताई। कहा, कि सभी की जिम्मेदारी तय करेंगे। केयरलेस पर दंडित किया जाएगा। घोर लापरवाही है।  

जिलाधिकारी ने शनिवार को टौंस विद्यालय का औचक निरीक्षण किया तो पाया कि विद्यालय में दो सहायक अध्यापक जयंति चंद्रा व नीलम चंचल की तैनाती है, मगर दोनों गैरहाजिर मिलीं। उपस्थिति रजिस्टर की जांच में पता चला की जयंति 3 फरवरी से सीसीएल पर हैं व नीलम चंचल कैंसर बीमारी के कारण 7 फरवरी से चिकित्सा अवकाश पर हैं। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी जताई कि 6 फरवरी से विद्यालय बिना अध्यापक के संचालित हो रहा हैं। 

पंजीकृत 37 बच्चे आए और चले गए। सातवें दिन विद्यालय में कुटार के शिक्षक कपिल अवस्थी को भेजा गया। जिलाधिकारी ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी को सात दिन लग गए यह पता चलने में कि स्कूल शिक्षक विहीन है। अब सभी का दायित्व तय करेंगे। इन छह दिनों में बच्चे आए और गए किसी को खबर नहीं है। 

केयरलेस अधिकारियों को दंडित करेंगे। जिलाधिकारी ने एबीएसए और बीएसए से लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए है। वहीं जिलाधिकारी ने रसोइयों के मानदेय का भुगतान, एमडीएम पंजिका, एमडीएम ग्रहण करने वालों की संख्या, शुद्ध पेयजल व शौचालय का भी निरीक्षण किया और कमी पर कार्यवाही के निर्देश दिए। 

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