Bareilly: बड़े बकायादारों पर नहीं चला निगम के टैक्स विभाग का बस, D श्रेणी में ही फंसे रह गए
अब तक करीब 35 प्रतिशत ही हो पाई वसूली, अधिकारियों के छूट रहे हैं पसीने

बरेली, अमृत विचार। बड़े बकायादारों पर नगर निगम के टैक्स विभाग का बस नहीं चला। उनके खिलाफ उसकी कार्रवाई नोटिस और हवाई चेतावनी से आगे न बढ़ पाने का नतीजा यह हुआ कि वित्तीय वर्ष खत्म होने में 50 दिन से भी कम समय रह जाने के बावजूद हाउस टैक्स की वसूली बमुश्किल 35 प्रतिशत तक पहुंच पाई है। हाल के दिनों में वसूली कुछ तेज करने के बाद बरेली नगर निगम रैंकिंग में ई से डी श्रेणी में जरूर पहुंच गया लेकिन अब इसके आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
फिलहाल बरेली प्रदेश के 17 नगर निगमों में 14वें नंबर पर है। शासन की ओर से कई बार चेतावनी जारी की जा चुकी है लेकिन इसके बावजूद नगर निगम का वसूली प्रतिशत सुधरने के बजाय और गिरता जा रहा है। इससे उबरने की भी कोई राह नहीं दिख रही है क्योंकि नोटिस और कुर्की की चेतावनी देने के बाद भी बड़े बकायादार टस से मस नहीं हो रहे हैं। नगर निगम के अधिकारी भी इससे आगे जाकर कार्रवाई करने का हौसला नहीं जुटा पा रहे हैं। नगर निगम की यह दशा तब है, जब जीआईएस सर्वे के बाद टैक्स के दायरे में आए भवनों की संख्या अच्छी-खासी बढ़ी है। हालांकि इसी के अनुरूप लक्ष्य भी बढ़ाकर 127 करोड़ कर दिया गया है।
लक्ष्य के सापेक्ष अब तक सिर्फ 45 करोड़ की वसूली हो पाई है। टैक्स विभाग के अधिकारियों की चिंता भी बढ़ रही है क्योंकि कुर्की के लिए करीब एक हजार से ज्यादा नोटिस जारी करने के बावजूद वसूली जस की तस है। सरकारी विभाग भी उनका सिरदर्द बने हुए हुए। कई विभागों पर आठ से 15 करोड़ तक का बकाया है लेकिन वे उसे अदा नहीं कर रहे हैं।