कानपुर में गिरफ्तार गोतस्कर बोला- गोवंशों को चुराकर कर देता था हत्या, आर्डर मिलने पर साथी करते थे मांस को सप्लाई

कानपुर में गिरफ्तार गोतस्कर बोला- गोवंशों को चुराकर कर देता था हत्या, आर्डर मिलने पर साथी करते थे मांस को सप्लाई

कानपुर, अमृत विचार। महाराजपुर थानाक्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए गोतस्कर माजिद ने पूछताछ में पुलिस को कई नई जानकारियां दीं। उसने बताया कि वह गोवंशों को चुराकर शकुरा में ले जाने के बाद उनकी हत्या कर देता था। इसके बाद गैंग के अन्य सदस्यों के आर्डर मिलने पर मांस सप्लाई कर देते थे। सभी लोगों में रुपये का बंटवारा होता था। डीसीपी ने गोतस्कर को पकड़ने वाली टीम को 25 हजार का ईनाम की घोषणा की है। वहीं पुलिस की अलग-अलग टीमें फरार शातिरों की तलाश में जुट गई है। 

डीसीपी श्रवण कुमार सिंह के अनुसार सरसौल स्टेशन के नीचे फतेहपुर के जहानाबाद निवासी माजिद को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ में फायर होने के कारण दरोगा पवन कुमार मिश्रा बाल-बाल बच गए थे। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी थी। पुलिस ने उसे इलाज के लिए सीएचसी में भर्ती कराया था। यहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके पूछताछ शुरू की। पकड़े गए गोतस्कर माजिद ने बताया कि वह छुट्टा गोवंशों को पकड़कर जहानाबाद के शकुरा ले जाता है।

जहां साथी बब्बू और अन्य मछरिया निवासी के साथ मिलकर गोवंशों को काट देते थे। इसके बाद गोमांस को बूढ़पुर मछरिया निवासी नफीस की पत्नी रूबी की गाड़ी का इस्तेमाल कर सप्लाई कर देते हैं। गोतस्कर ने पूछताछ में बताया कि 10 दिसंबर 2024 की रात को उसने और बब्बू ने हाथीपुर रेलवे अंडर पास स्थित एक घर के पीछे कमरे में बंधी दो भैंस व दो पड़िया को चुराया था और जहानाबाद बाजार में आए हुए बाहरी व्यापारियों को बेच दी थी।

उसके रुपये आपस में बांट लिए थे। इसमें माजिद को 22 हजार रुपये मिले थे। बताया कि 3 जनवरी की रात को महाराजपुर पुलिस ने मांस से भरा पिकअप पकड़ा था। उस समय माजिद पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। इसके बाद उसकी तलाश की जा रही थी। डीसीपी ने बताया कि गोतस्कर के अन्य फरार साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।