सुलतानपुर: 65 प्राइवेट स्कूलों की जाएगी मान्यता, बीएसए ने जारी किया नोटिस
पांच फरवरी तक शत प्रतिशत आईडी जनरेट करने का अंतिम मौका
सुलतानपुर, अमृत विचारः अपार आईडी बनाने में शिथिलता बरतने वाले विद्यालय चेतावनी के बाद भी लापरवाह बने रहे। ऐसे में 65 प्राइवेट विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व प्रबंधकों को बीएसए ने मान्यता प्रत्याहरण के लिए पहली नोटिस जारी की है। अंतिम मौका देते हुए पांच फरवरी तक शत प्रतिशत आईडी जनरेट करने का फरमान जारी किया है। अन्यथा की स्थिति में इन विद्यालयों की मान्यता भी जा सकती है।
केंद्र सरकार की ओर से सभी तरह के विद्यालयों के कक्षा 12 तक के बच्चों के लिए अनिवार्य की गई ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार आईडी) बनाने में जिले के विद्यालयों की ओर से घोर लापरवाही बरती जा रही है। बीते दिनों शासन स्तर से हुई समीक्षा में जिले की लचर प्रगति पर नाराजगी जारी की गई। जिसे लेकर बीएसए ने सभी प्रधानाचार्य, प्रबंधकों को नोटिस जारी करते हुए तीन से सात दिन के अंदर शत प्रतिशत अपार आईडी बनाने का आदेश दिया था। बावजूद बेसिक से मान्यता प्राप्त 65 विद्यालय अब तक लापरवाह बने है। इन विद्यालयों में एक भी बच्चों की अपार आईडी अभी तक नहीं बनाई गई है। ऐसे में बीएसए ने इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/प्रबंधकों को मान्यता प्रत्याहरण के लिए नोटिस जारी की गई हैं। बताना मुनासिब होगा कि तीन नोटिस के बाद विद्यालयों की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। कुछ प्रबंधकों का दावा है कि मान्यता मिलना जितना कठिन है, उसे रद्द करना उससे भी ज्यादा कठिन प्रक्रिया है।
बीएसए उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि सभी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की शैक्षिक प्रगति व उपलब्धि को ट्रैक किए जाने के लिए ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री (अपार आईडी) बनाई जानी है। जिसमें विद्यार्थियों का सभी डाटा अपलोड कर एक 12 अंकों की आईडी जारी होगी। इस कार्य को लेकर विद्यालय गंभीर नहीं है। जबकि, सभी बच्चों की आईडी बनाना अनिवार्य है। अभी 65 ऐसे विद्यालयों को मान्यता प्रत्याहरण की पहली नोटिस जारी की गई, जिनके यहां अब तक एक भी बच्चे की आईडी नहीं हैं। कई अन्य विद्यालय भी लापरवाही बरत रहे हैं, जहां पर आईडी बनाने की प्रक्रिया बेहत ही धीमी है। उन्हें भी चेतावनी नोटिस जारी की जा रही है।
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