केरल में बाघ के हमले में मारी गई महिला के परिजनों से मिलीं प्रियंका गांधी, CPIM ने किया विरोध, दिखाए काले झंडे

केरल। वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को उस महिला के परिवार से मुलाकात की जिसकी पिछले सप्ताह इस जिले में बाघ के हमले में मौत हो गई थी। वायनाड सांसद प्रियंका गांधी पार्टी के पूर्व जिला पदाधिकारी एन. एम. विजयन के परिवार से भी मिलीं, जिन्होंने दिसंबर 2024 में अपने बेटे के साथ कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जब बाघ के हमले में जान गंवाने वाली महिला के परिजन से मिलने के लिए उसके घर जा रही थीं, तब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए और ‘‘वापस जाओ’’ के नारे लगाये।
कांग्रेस पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि प्रियंका गांधी अपराह्न करीब 1.15 बजे राधा के घर पहुंचीं और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। बाघ ने राधा पर 24 जनवरी को मनंतवडी गांव में प्रियदर्शिनी एस्टेट में उस समय हमला किया था जब वह वहां कॉफी बीन्स इकट्ठा करने गई थी। वन अधिकारियों ने बताया कि राधा पर हमला करने वाला बाघ सोमवार को केरल के वायनाड जिले में मृत पाया गया। उन्होंने बताया कि बाघ के पोस्टमार्टम से उसके पेट में उक्त महिला के बाल, कपड़े और एक जोड़ी बालियां होने का पता चला है।
राधा के घर से निकलने के बाद प्रियंका गांधी विजयन के परिवार से मिलने पहुंचीं। विजयन के परिवार ने संवाददाताओं को बताया कि प्रियंका गांधी ने उन्हें पार्टी का समर्थन और वित्तीय एवं अन्य सभी मुद्दों पर सहयोग का आश्वासन दिया। विजयन के परिवार ने यह भी कहा कि प्रियंका गांधी ने उन्हें विजयन और उनके बेटे की आत्महत्या की जांच के लिए कांग्रेस द्वारा गठित आयोग की रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी द्वारा उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एन. एम. विजयन वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी (डीसीसी) के कोषाध्यक्ष थे।
परिवार ने कहा, ‘‘उन्होंने (प्रियंका गांधी) सहयोगी रुख के साथ बातचीत की। उन्होंने हमसे कहा कि हम निराश न हों। उन्होंने कहा कि हमारे वित्तीय मुद्दों का जल्द ही समाधान हो जाएगा। हमने अपने पिता (विजयन) द्वारा लिखा गया पत्र उन्हें नहीं भेजा था। इसलिए, हमने उन्हें पत्र के विषय में बताया। उन्होंने हमारी बात सुनी।’’ आत्महत्या का प्रयास करने के बाद विजयन (78) और उनके बेटे जिजेश (38) की 27 दिसंबर, 2024 को कोझिकोड सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मृत्यु हो गई थी। घटना को लेकर राज्य में एक राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है।
राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि विधायक आई सी बालाकृष्णन से जुड़े एक सहकारी बैंक नौकरी घोटाले की वजह से दोनों (विजयन एवं उनके बेटे) ने यह कठोर कदम उठाया। इसके बाद बालाकृष्णन और डीसीसी अध्यक्ष एन डी अप्पाचन सहित जिले के प्रमुख कांग्रेस नेताओं को मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था और उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया क्योंकि उन्होंने अदालत से अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली थी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कन्नूर हवाई अड्डे पर उतरीं और वहां से सड़क मार्ग से वायनाड पहुंचीं।