पीलीभीत: जानिए एसपी की कमान में कैसे ढेर हुए खालिस्तानी आतंकी...एडीजी-आईजी भी पहुंचे मुठभेड़ वाली जगह
पीलीभीत, अमृत विचार। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए तीनों दुर्दांत अपराधियों की शिनाख्त जब हुई तो इसे लेकर शासन स्तर तक सुरक्षा एजेंसियां भी संजीदा हो गई। बरेली से एडीजी रमित शर्मा, आईजी डॉ.राकेश सिंह पीलीभीत पहुंचे। उन्हेांने पूरनपुर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पीलीभीत पहुंचकर मुठभेड़ में शामिल रहे पुलिस अधिकारियों और पंजाब पुलिस की टीम संग भी मंथल चलता रहा। फिर अधिकारियों की निगरानी में ही आगे की पड़ताल तेज कर दी गई है। शासन स्तर पर भी पल-पल की अपडेट भेजी जाती रही। इसके अलावा फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सुराग जुटाए।
बताते हैं कि पंजाब पुलिस से मिली जानकारी के बाद अलर्ट कर दिया गया था। चेकपोस्ट पर पुलिसकर्मी मुस्तैद होकर सघन चेकिंग में जुट गए थे। नाकाबंदी कर दी गई थी। जब तीनों के बाइक पर सवार होते जाने का पता चला तो पूरनपुर की पुलिस पीछा कर रही थी। इधर, माधोटांडा पुलिस ने भी घेराबंदी शुरू कर दी थी। इधर, जिला मुख्यालय से एसपी अविनाश पांडेय एसओजी और सर्विलांस टीम के साथ खुद कमान संभाल चुके थे। जब हर तरफ से घिरता देखा तो तीनों अपराधियों ने फायरिंग कर दी थी। अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई। इसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई तो तीनों ढेर हो गए। मुठभेड़ में शामिल रही टीम की कमान एसपी खुद संभाल रहे थे। उनके अलावा कोतवाल पूरनपुर नरेश त्यागी, माधोटांडा इंस्पेक्टर अशोकपाल, पीआरओ एसपी अमित प्रताप सिंह, दरोगा ललित कुमार, हेडकांस्टेबल जगवीर, कांस्टेबल सुमित, हितेश, इंस्पेक्टर क्रांतिवीर सिंह एसओजी टीम संग, सर्विलांस प्रभारी सुनील शर्मा टीम के साथ और पंजाब पुलिस शामिल रही। बरेली से पीलीभीत पहुंचे एडीजी और आईजी ने भी टीम संग प्रेसवार्ता कर मुठभेड़ से जुड़ी जानकारी मीडिया से साझा की। उनका कहना था कि समस्त बिंदुओं पर पंजाब पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके छानबीन चल रही है।
मुठभेड़ में घायल सिपाहियों का जाना हाल
मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मियों और तीन दुर्दांत अपराधियों को गोली लगने की जानकारी मिलते ही सीएचसी पूरनपुर का स्टाफ अलर्ट कर दिया गया था। इधर, सीएमओ डॉ.आलोक कुमार खुद मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे। ताकि इलाज में किसी तरह की कोई कमी न रहे। पहले तीनों घायल अपराधी मेडिकल कॉलेज लाए गए लेकिन उनकी रास्ते में ही मौत हो चुकी थी। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। एसपी अविनाश पांडेय, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी समेत भारी पुलिस बल मेडिकल कॉलेज में आ गया। एसपी ने चिकित्सकों से जानकारी की और फिर मुठभेड़ को लेकर स्थिति स्पष्ट की गई। उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायल सिपाही सुमित और शाहनवाज से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी की।
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